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‘केजरीवाल सरकार ने ओलंपिक में करोड़ों के होर्डिंग-बैनर लगाए, खिलाड़ियों को मदद देना जरूरी नहीं समझा’: एथलीट ने लगाए गंभीर आरोप

नई दिल्‍ली। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले दिल्ली के 5 एथलीट्स के केवल बैनर लगाकर इतिश्री कर ली। उन्होंने एथलीट्स को ओलंपिक की तैयारी के लिए कभी कोई आर्थिक सहायता मुहैया नहीं कराई। ऐसा दिल्ली के एक एथलीट सार्थक भांबरी ने कहा है। एथलीट ने दिल्ली सरकार को लेकर अपना रोष व्यक्त किया है। उनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने हमें ओलंपिक की तैयारी के लिए कभी कोई आर्थिक मदद नहीं दी।

दरअसल, इस बार देश की राजधानी दिल्ली के 5 एथलीट्स टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा, शूटर दीपक कुमार और दो 400 मीटर धावक, अमोज जैकब और सार्थक भांबरी ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लिया था। इन सभी के बड़े-बड़े बैनर पूरी दिल्ली में लगाए गए।

दिल्ली के रहने वाले सार्थक भांबरी का कहना है कि केजरीवाल सरकार ने ओलंपिक मिशन में वाहवाही लूटने के लिए शहर भर के चौक-चौराहों को बैनरों से पेंट कर दिया, लेकिन उन्होंने खिलाड़ियों की सुध लेना जरूरी नहीं समझा। उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार ने केवल बैनर लगाने पर ही फोकस ​किया और खिलाड़ियों की अनदेखी की।

राजौरी गार्डन में रहने वाले 22 वर्षीय भांबरी ने कहा, ”मैं आपको बता सकता हूँ कि दिल्ली सरकार ने मुझे कभी कोई आर्थिक मदद नहीं दी।” उन्होंने कहा कि हाँ मेरे पोस्टर जरूर लगाए गए हैं, ‘दिल्ली बोले जीत के आना’, कैसे जीत के आना? सार्थक ने आगे कहा, ”मैंने कहीं देखा है कि ओलंपिक के लिए होर्डिंग और पोस्टर पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। यहाँ तक कि अगर उन्होंने ओलंपिक में जाने से महीनों पहले हमारी तैयारियों के लिए इसका 10 से 15 प्रतिशत भी खर्च किया होता हम अपने प्रदर्शन को और भी बेहतर कर सकते थे।”

हालाँकि, भांबरी सार्थक ने बुधवार (11 अगस्त) को ट्वीट कर दिल्ली सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, ”मीडिया के साथ मेरी हालिया बातचीत को गलत तरीके से पेश किया गया है। मैं दिल्ली सरकार का पूरा समर्थन करता हूँ। मैं पहले उनकी योजनाओं से अवगत नहीं था और इसलिए मिशन उत्कृष्टता योजना के लिए आवेदन नहीं कर सका।”

बता दें कि कई राष्ट्रीय स्पधार्ओं में पदक जीतने वाले और भारत की 400 मीटर रिले टीम में जगह बनाने वाले भांबरी ने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्हें मिशन उत्कृष्टता योजना के तहत अभी तक इसका लाभ नहीं मिला है।

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