नई दिल्ली। विजय माल्या ने कल खुलासा किया कि वो देश छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिला था और इसके बाद अरुण जेटली ने इसको खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने सिर्फ सांसद होने के नाते विजय माल्या से मुलाकात की थी और इस मुलाकात में बैंकों के लोन सेटलमेंट को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई थी. इसको लेकर विपक्ष लगातार वित्त मंत्री पर हमलावर है और आज इस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के बाद अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट के जरिए फिर अरुण जेटली पर हमला बोला है.
आज राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर वित्त मंत्री पर बड़ा हमला बोला था और कहा था कि अरुण जेटली ने विजय माल्या की भागने में मदद की. राहुल गांधी ने वित्त मंत्री का इस्तीफा मांगते हुए कहा कि वो बताएं कि उन्होंने ये खुद से किया या फिर उन्हें ऊपर से ऐसा करने का ऑर्डर मिला था. प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने पीएल पुनिया के हवाले से आरोप लगाया कि वित्त मंत्री गलत जानकारी दे रहे हैं. संसद के सेंट्रल हॉल में एक मार्च को वित्त मंत्री जेटली और विजय माल्या की बाकायदा 15-20 मिनट तक बैठकर बातचीत हुई थी.
इसके अलावा आज भगोड़े कारोबारी विजय माल्या की वित्त मंत्री अरूण जेटली से मुलाकात के दावे को लेकर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि यह सरकार भगोड़ों को विदेश भगाने के लिए ‘ट्रैवेल एजेंसी’ चला रही है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बाद पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी सरकार पर निशाना साधा और सवाल किया कि अगर सरकार देश का पैसा लूटने वालों को खुद भगा देगी तो फिर देश को कौन बचाएगा? उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि मोदी सरकार आजकल (भगोड़ों को) भगाने, हवाई मार्ग से ले जाने और विदेश में बसाने के लिए ट्रैवेल एजेंसी चला रही है और यही नीति अपना रही है.’’