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‘मॉब लिंचिंग’ के सवालों पर कुछ यूं बचते नजर आए नसीरुद्दीन शाह

मॉब लिंचिंग के खिलाफ देश में असहिष्णुता के माहौल पर वैसे तो नसीरुद्दीन शाह (Naseeruddin shah) सोशल मीडिया पर हमेशा बात करते नजर आ ते हैं, लेकिन जब जी न्यूज (Zee News) ने उनसे इन सभी मुद्दों पर बात करनी चाही तो वह कन्नी काटते हुए नजर आए. मुंबई में हुए एक कार्यक्रम के दौरान नसीरुद्दीन से जब 49 हस्तियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ओपन लेटर लिखे जाने वाले मामले में सवाल पूछे गए, तो उनका कहना था कि पुलिस की इस तरह की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए थी. नसीर ने कहा कि पुलिस को केस रद्द करना पड़ा. केस तो बनता ही नहीं था. हमें पूरी तरह से कानून पर विश्वास था और वह विश्वास अभी भी है यह केस तो बनता ही नहीं था और केस का रद्द होना ही था.

धारा 370 और आर्टिकल 35 पर दिया ऐसा रिएक्शन
देश में धारा 370 और आर्टिकल 35 को लेकर जिस तरह से सकारात्मक माहौल है. ऐसे में धारा 370 और आर्टिकल 35 पर नसीरुद्दीन शाह ने बात करने से साफ इनकार कर दिया. हर सामाजिक मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने वाले नसीरुद्दीन को धारा 370 और आर्टिकल 35 के बारे में कोई भी जानकारी नहीं है ऐसा उन्होंने कहा. नसीर ने कहा कि जिस बारे में मुझे जानकारी नहीं है उसके बारे में बिल्कुल बात नहीं कर सकता मैं इससे अनभिज्ञ हूं. लगातार सवाल पूछने के बावजूद बिना सवालों के जवाब दिए नसीरुद्दीन अपनी गाड़ी में बैठ कर चले गए.

49 हस्तियों ने पीएम को लिखा था ओपन लेटर
बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखने पर 49 हस्तियों पर मामला दर्ज होने के खिलाफ अभिनेता अभिनेता नसीरुद्दीन शाह और रोमिला थापर सहित कई हस्तियां सामने आई हैं. इन हस्तियों ने 3 महीने पहले पीएम मोदी को खत लिखा था. मामला दर्ज होने के बाद फिर एक बार ओपन लेटर सोमवार को लिखा गया था, जिसमें इन हस्तियों ने सवाल किया था कि प्रधानमंत्री को खत लिखना देशद्रोह नहीं हो सकता है. हमने देश में हो रही मॉब लिंचिंग की घटनाओं के प्रति चिंता व्यक्त की थी. असहिष्णुता और देश के माहौल, मॉब लीचिंग को लेकर नसीरुद्दीन शाह हमेशा से अपनी राय सोशल मीडिया पर व्यक्त करते आए हैं और प्रधानमंत्री को लेटर देना इसी बात का हिस्सा था, लेकिन आज जी मीडिया के सवालों से वह बचते हुए दिखाई दिए.

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