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‘लक्ष्मी इकोनॉमी बचाएंगी, तो निर्मला क्या करेंगी’? सुब्रमण्यम स्वामी के बयान पर बवाल

नई दिल्ली। अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं है, रोजगार को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं. विपक्ष लगातार सरकार को घेरने में जुटा है इस बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने दावा किया है कि अगर नोट पर लक्ष्मी की तस्वीर लगाएंगे तो अर्थव्यवस्था सुधर सकती है. इसी बयान पर बवाल मचा है और विपक्षी पार्टियां इस तर्क पर निशाना साध रहे हैं.

…तो वित्त मंत्री क्या करेंगी?

कांग्रेस नेता और वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर सुब्रमण्यम स्वामी पर तंज कसा. उन्होंने लिखा कि आपने सोचा था कि देश के इकॉनोमिस्ट अर्थव्यवस्था को सुधारने के लिए कोई आइडिया देंगे, लेकिन वो नोट बदलने की बात करते हैं. माता लक्ष्मी इस तरह का काम करके अर्थव्यवस्था को ठीक कर देंगी, लेकिन फिर वित्त मंत्री क्या काम करेंगी?

Abhishek Singhvi

@DrAMSinghvi

You thought the premiere economist of the RW economy groups would have a better solution than changing the face of bank notes. Goddess Lakshmi would save the economy without being patronised in this manner but then what is the FM’s job?

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  • सुब्रमण्यम स्वामी के बयान पर विवाद

  • अभिषेक मनु सिंघवी ने ट्वीट कर कसा तंज

  • सोशल मीडिया पर भी छिड़ी है बहस

क्या बोले थे स्वामी?

बता दें कि एक कार्यक्रम में बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था, ‘इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जवाब दे सकते हैं. हालांकि जहां तक मेरी बात है, तो मैं इसके पक्ष में हूं. भगवान गणेश बाधाओं को दूर करते हैं. मेरा तो यह कहना है कि धन की देवी लक्ष्मी की तस्वीर बैंक नोट में छापने से भारतीय करेंसी की स्थिति में सुधार हो सकता है. इस पर किसी को बुरा नहीं मानने की जरूरत नहीं है.’

बता दें कि सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से कई बार देश की अर्थव्यवस्था पर सवाल खड़े किए गए हैं, इतना ही नहीं वो वित्त मंत्री पर भी निशाना साधते आए हैं. फिर चाहे वो पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली हो या फिर मौजूदा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ही क्यों ना हो. सुब्रमण्यम स्वामी की ओर से कहा जा चुका है कि सरकार में जो लोग अर्थव्यवस्था संभाल रहे हैं उन्हें इसके बारे में कुछ नहीं पता है.

सोशल मीडिया पर सवाल ये भी उठाया जा रहा है कि जो सुब्रमण्यम स्वामी खुद को बेहतर वित्त मंत्री बताते थे, क्या वो इन फॉर्मूलों के साथ आगे बढ़ेंगे.

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