Saturday , November 23 2024

Delhi Violence: आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर FIR, हत्या का केस हुआ दर्ज

नई दिल्ली। उत्तर पूर्व दिल्ली में हिंसा फैलाने के मामले में दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी के निगम पार्षद ताहिर हुसैन (Tahir Hussain) के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है. खबर है कि दिल्ली पुलिस के दयालपुर थाने में ताहिर हुसैन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. ताहिर हुसैन पर आईपीसी की धारा 302 यानि हत्या और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है.

इस दौरान हिंसा से जुड़े सवालों पर ताहिर हुसैन ने कहा, ‘जिस दिन की आप बात कर रहे हैं मैं वहां माजूद नहीं था. मैंने उस दिन लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की थी. मैं 24 फरवरी को घर पर नहीं था. पुलिस को जांच में सहयोग करूंगा. मैं दंगाइयों को नहीं पहचानता हूं. वो जगह फैक्ट्री है उसके पीछे की तरफ मैं रहता हूं. यह टू साइड ओपन का प्लॉट है.’

ताहिर हुसैन ने कहा, ’24 फरवरी को मैंने पुलिस को कई फोन किए लेकिन वो फोन कनेक्ट नहीं हुआ फिर 2.55 पर मैंने दोबारा फोन किया उसकी बातचीत मैं आपको सुना सकता हूं. 4.30 बजे मैंने संजय सिंह को फोन किया और मदद मांगी. 24 तारीख को शाम 7.30 बजे मुझे पुलिस ने बताया की आप बाहर आ सकते हैं. जो वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है वो वीडियो 25 तारीख का है. उस दिन मैं घर पर ही नहीं था.’

पुलिस को कई बार किया फोन
ताहिर का कहना है कि पुलिस को उसने फ़ोन किया था (आलोक कुमार जॉइंट सीपी) और पूर्व डीसीपी अजित सिंगला को 24 फरवरी को फोन किया था. उन्होंने बताया कि 24 की रात 11 बजे पुलिस द्वारा घर की तलाशी ली गई थी. तब वो घर खाली कर दिया था और घर पुलिस के कब्जे में था.

मैं नहीं जानता कौन थे दंगाई
ताहिर का कहना है, ‘जो दंगाई 25 फरवरी को मेरे घर में घुस गए थे वो कौन है मैं नहीं जानता. मैं 24 फरवरी रात को घर से निकल गया था. अगले दिन (25 फरवरी) सुबह नहाने के लिए घर गया था लेकिन लोग गाली गलौज करने लगे. इसलिए वहां से आ गया.’

पत्थर और पेट्रोल बम के बारे में नहीं है जानकारी
ताहिर ने अपने घर से पत्थर और पेट्रोल बम मिलने पर कहा, ‘ मुझे नहीं पता ये कहां से आए. मेरे खिलाफ साज़िश की गई है. मैं पुलिस की जांच सहयोग करने को तैयार हूं. हर जांच के लिए तैयार हूं.’

अंकित शर्मा के परिवार के आरोपों पर भी बोले
ताहिर हुसैन ने आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा के परिवार द्वारा उनके ऊपर लगाए गए आरोपों पर कहा, ‘अंकित के परिवार के प्रति संवेदना है. काफी दुख है. दंगाई उसके घर का गेट तोड़ कर घुस गए. 24 तारीख को मैं खुद भाग रहा था.’

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