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आवाज उठाना जरूरी है और दूसरों की आवाज को सुनना भी उतना ही जरूरी : सारा जैकब

निस्कॉर्ट मीडिया कॉलेज वैशाली द्वारा द्वितीय नेशनल मीडिया का आयोजन 13 मार्च 2020 को कराया गया। कांफ्रेंस की थीम कंटेंपरेरी लैंडस्केप्स अपॉर्चुनिटी एंड चैलेंज थी। उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता एनडीटीवी की वरिष्ठ एंकर सुश्री सारा जैकब ने की। वी द पीपल शो की प्रसिद्ध एंकर सुश्री जैकब ने कहा कि आवाज उठाना जरूरी है और दूसरों की आवाज को सुनना भी उतना ही जरूरी है।मीडिया वरदान भी है और अभिशाप भी है।आज मीडिया वह नहीं दिखा रहा है जो उसे दिखाना चाहिए बल्कि वह दिखा रहा है जो दर्शक देखना चाहते हैं। समापन समारोह के मुख्य अतिथि के जी सुरेश रहे जो।

समापन समारोह के मुख्य अतिथि के जी श्री केजी सुरेश रहे जो कि आई आई एम सी के पूर्व निदेशक और वर्तमान में फाउंडर डीन स्कूल ऑफ मॉर्डन मीडिया यूपीईएस यूनिवर्सिटी देहरादून हैं। भावी पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ख़बरों का एक बहुत बड़ा क्षेत्र है जिसे अभी भी खोजा जाना बाकी है।लोग ऐसे क्षेत्र की कहानियां सुनना चाहते हैं क्योंकि लोग आज राजनीति की रिपोर्टिंग से ऊब चुके हैं वो पॉजिटिव रिपोर्टिंग चाहते हैं। उन्होंने बताया कि हम क्या कंटेंट देख रहे हैं यह सबसे महत्वपूर्ण बात है। बिना जाने कंटेंट को शेयर करना गैर जिम्मेदार कृत्य है।एक बेहतर पत्रकार बनने के लिए सबसे जरूरी है कंटेंट को समझना और उसकी विविधता सीखना।
बिग एफएम की लोकप्रिय आरजे सिमरन आरजे सिमरन ने रेडियो की महत्ता को कभी भी खत्म न होने वाला बताया उनके अनुसार समय के साथ बदलाव जरूरी है और कारवान पत्रिका के विनोद भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे मीडिया की गंभीर जिम्मेदारी के बारे में छात्र-छात्राओं को समझाया और बताया कि मीडिया का काम सच को सामने लाना है।कॉन्फ्रेंस में जयपुर की सुश्री जोली जैन को बेस्ट पेपर का पुरस्कार मिला।
सुभारती यूनिवर्सिटी मेरठ के डीन डॉ नीरज करण सिंह,माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय,क्राइस्ट यूनिवर्सिटी
एमिटी आदि यूनिवर्सिटी के प्राध्यापक और स्टूडेंट्स उपस्थित रहे। कॉन्फ्रेंस के अंत में कॉलेज के डायरेक्टर डॉ जोस मुरिकन और प्रिंसीपल डॉ ऋतु दुबे तिवारी ने सभी सहभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।

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