लखनऊ। Covid 19 के संक्रमण से ज्यादा इसे लेकर फैल रही फर्जी खबरों को रोकना सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है. कोरोना संकट में अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ योगी सरकार ने मोर्चा खोल दिया है. सहारनपुर और जौनपुर में ऐसे में दो मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, योगी सरकार ने एक ग्राम पंचायत अधिकारी को भ्रामक प्रचार करने के मामले में निलंबित कर दिया गया है. सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करने आए अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए भ्रम फैलाने वाले वीडियोज की शिकायत मिली है. उन्होंने ऐसे लोगों को चेताया कि समाज में गलत मैसेज फॉरवर्ड करने पर अब FIR की जाएगी.
सहारनपुर में FIR दर्ज
मुश्किल की इस घड़ी में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो हिंदू-मुसलमान करने से बाज नहीं आ रहे हैं. जहां, एक ओर पूरा देश एकजुट होकर कोरोना से जंग लड़ रहा है, तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं, जो लोगों के बीच अफवाह फैला रहे हैं. ऐसे लोगों पर अब उत्तर प्रदेश सरकार सख्त रूख अपना रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में फेसबुक पर अफवाह भरी पोस्ट शेयर करने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. यहां जगदीप सिंह नाम के शख्स ने समुदाय विशेष के एक व्यक्ति को लेकर कोरोना संबंधित पोस्ट किया, जिसे बाद में डिलीट कर दिया. लेकिन पुलिस की सर्विलांस टीम ने मामले का तुरंत संज्ञान लिया और पोस्ट डालने वाले के खिलाफ सदर थाने में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है.
जौनपुर में ग्राम प्रधान गिरफ्तार
जौनपुर के सरपतहां थाना क्षेत्र में एक ग्राम प्रधान को फेसबुक पर आपत्तिजनक पोस्ट करना महंगा पड़ गया. मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस ने आरोपी प्रधान पर मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेज दिया. दरअसल, हमजापुर ग्राम में मो. अशफाक खान ने अपने पोस्ट के जरिए आरोप लगाया था कि लॉकडाउन का पालन करने पर भी पुलिस एक समुदाय विशेष के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इस पोस्ट के जरिए उन्होंने एक विशेष वर्ग को भड़काने की कोशिश की थी. जिसके बाद पुलिस ने तुरंत एक्शन लिया और आरोपी को धरदबोचा. पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार ने बताया कि आरोपी पर मुकदमा संख्या 53/2020 धारा भादवि व 66 आईटी एक्त के तहत केस दर्ज किया गया है. ग्राम प्रधान की ओर से की गई टिप्पणी से सामाजिक भावनाओं को ठेस पहुंची है.