वाशिंगटन। कोरोना (coronavirus) महामारी को लेकर चीन की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. अमेरिका के बाद ब्रिटेन और फ्रांस ने भी उससे वायरस को लेकर जवाब मांगा है. इस बीच अमेरिकी संसद में चीन के खिलाफ के विधेयक पेश किया गया है.
इस विधेयक के पारित होने पर अमेरिका महामारी से हुई मौतों और आर्थिक नुकसान की भरपाई के लिए संघीय अदालत में चीन के खिलाफ मुकदमा दायर कर सकता है. इस विधेयक को दो अमेरिकी सांसदों ने पेश किया है.
बता दें कि अमेरिका पहले से ही यह कहता आ रहा है कि दुनिया में कोरोना के फैलाव के लिए चीन कुसूरवार है. अमेरिका के तीखे तेवरों को देखते हुए फ्रांस और ब्रिटेन भी चीन पर आक्रमक हो गए हैं. दोनों देशों ने साफ कर दिया है कि बीजिंग को कोरोना से जुड़े सवालों का जवाब देना होगा और अगर वो ऐसा नहीं करता है तो उसके साथ रिश्ते प्रभावित होंगे.
ब्रिटेन के कार्यवाहक प्रधानमंत्री डोमनिक ने कहा कि चीन को बताना होगा कि कोरोना वायरस महामारी में कैसे तब्दील हुआ? चीन खामोश बैठा नहीं रह सकता, उसे हमारे सवालों के जवाब देने होंगे. इसी तरह, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो ने चीन को निशाना बनाते हुए कहा कि ऐसी कई चीजें हुई हैं, जिनके बारे में किसी को कुछ पता नहीं है.