नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्रालय से मांग की है 26 मई तक रेलवे श्रमिक स्पेशल ट्रेन न भेजे. चक्रवाती तूफान अम्फान ने पश्चिम बंगाल में भीषण तबाही मचाई है. प्रभावित जिलों में राहत और मरम्मत का काम चल रहा है, ऐसे में ट्रेनों के संचालन की इजाजत अगले कुछ दिनों तक नहीं दी सकती है.
इससे पहले पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव ने भी रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा था कि जिला प्रशासन राहत और बचाव कार्यों में लगा है. ऐसे में अगले कुछ दिनों तक स्पेशल ट्रेनों को रिसीव कर पाना संभव नहीं है. ऐसे में अनुरोध किया जाता है कि 26 मई तक कोई भी ट्रेन राज्य में न भेजी जाए.
तूफान अम्फान की वजह से राज्य में भीषण तबाही मची है. 80 से ज्यादा लोगों की मौत अम्फान तूफान के चलते हुई है. वहीं 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चले इस तूफान ने त्रासदी मचा दी है. सीएम ममता बनर्जी के मुताबिक राज्य में एक लाख करोड़ का नुकसान हुआ है.
पश्चिम बंगाल में मची तबाही
बुधवार को पश्चिम बंगाल में अम्फान तूफान ने दस्तक दी थी. कोलकाता के कई जिलों में अम्फान की वजह से पानी भर गया है, वहीं 6 घंटे तक लगातार तूफान के तांडव के चलते कोलकाता एयरपोर्ट को भी नुकसान पहुंचा है. अम्फान का सबसे ज्यादा कहर पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना, दक्षिणी 24 परगना, मिदनापुर और कोलकाता में देखने को मिला. इस दौरान रेलवे को भी बड़ी क्षति पहुंची है.
इस तूफान का असर कोलकाता से नादिया तक देखने को मिला. पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल का शुक्रवार को दौरा किया था. पीएम मोदी ने एक हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज का भी ऐलान किया था. ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के राहत पैकेज पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि नुकसान एक लाख करोड़ का हुआ है, लेकिन पैकेज सिर्फ एक हजार करोड़ का दिया जा रहा है.