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कोरोना संक्रमण को साधारण फ्लू ही समझते रहे ब्राजील के राष्ट्रपति, अब देश बना वायरस का अड्डा

ब्राजील। ब्राजील, रूस को पीछे छोड़ते हुए अब दुनिया में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामलों वाला दूसरा देश बन गया है. 363,211 मामलों के साथ ब्राजील अब इस वायरस का नया अड्डा बन गया है. हालांकि अभी भी सबसे ज्यादा मामलों की पुष्टि अमेरिका में ही हुई है (1,600,000 से भी ज्यादा), यहां पर अब संक्रमण कम होता दिख रहा है.

जोन हौप्किंस यूनिवर्सिटी के ट्रैकर के अनुसार, कोविड-19 की वजह से ब्राजील में अभी तक 22,666 लोगों की मौत हो चुकी है. 149, 911 लोग अभी तक ठीक भी हुए हैं. ब्राजील अब तेजी से कोरोना वायरस का हाॅटस्पाॅट बन रहा है वहीं, राष्ट्रपति जैर बोल्सोनारो इसे साधारण फ्लू ही समझते रहे.

इसी रविवार को बोल्सोनारो ने अपने समर्थकों के साथ एक रैली निकाली. इस दौरान बोल्सोनारो ने कोई सुरक्षा के उपकरण पहने हुए थे और न ही वहां बढ़ती हुई भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो रहा था. हालांकि वह राष्ट्रपति भवन के सामने से मुखौटा लगाए निकले, लेकिन जल्द ही उन्होंने इसे हटा दिया और अपने समर्थकों से हाथ मिलाया.

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने हाल ही में साउथ अमेरिका को कोविड-19 का अड्डा घोषित किया था, जो वुहान से शुरू होकर यूरोपियन देशों, खासकर इटली और फ्रांस में फैल गया. इसके बाद इस वायरस ने अमेरिका में बड़ी तादाद में लोगों की जान ली, जहां अब संक्रमण दर कम हो रही है. देश में, विशेषकर पुराने इलाकों में, स्वास्थ्य सुविधाओं के धराशायी होने पर बड़ी तादाद में लोग संक्रमित हो रहे हैं. आर्टिकुलेशन आफ इंडीजिनियस पीपुल्स आफ ब्राजील के मुताबिक, रहने वाली आबादी में मृत्यु दर देश की आबादी से दोगुनी है.

ब्राजील में इस समय 900,000 से ज्यादा स्वदेशी लोग हैं, जिनमें से 980 लोग कोरोना पोजिटिव पाए जा चुके हैं, अब यह बहुत तेजी से फैल सकता है. 125 लोगों की अभी तक मौत हो चुकी है, राश्ट्रीय औसत के मुकाबले समुदाय की मृत्यु दर 12.6 प्रतिशत हो चुकी है.हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्राजील का दौरा रद्द किया था. इसके तहत अमेरिका में आने वाले गैर-अमेरिकियों को ब्राजील में पिछले 14 दिन नहीं बिताने चाहिए, अगर ऐसा पाया गया तो उन्हें अमेरिका में नहीं आने दिया जाएगा.

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