बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कंगना रनौत लगातार उन लोगों पर हमलावर है, जिन्होंने कथित तौर पर उन्हें सुसाइड के लिए मजबूर किया। इसी क्रम में उन्होंने अपनी हालिया वीडियो में मीडिया के उस तंत्र को लताड़ लगाई है, जो केवल खबर में तड़का देने के लिए किसी के लिए भी बिन हाथ-पाँव की उलटी-सीधी बातें लिखना शुरू कर देते हैं और जिन्हें फर्क नहीं पड़ता कि इसका असर व्यक्ति विशेष पर क्या होगा।
ट्विटर पर जारी की वीडियो में कंगना को कहते सुना जा सकता है कि उन्होंने सुशांत के जाने के बाद उनके पिता, उन्हें लॉन्च करने वाले निर्देशक अभिषेक कपूर, उनकी करीबी अंकिता के बयान सुने। इसलिए आज वो यही बताएँगी कैसे मूवी माफियाओं ने सुशांत को न केवल बैन किया, बल्कि चरणबद्ध तरीके से कतरा-कतरा कर उनके माइंड को तोड़ा। उन्हें मारा।
कंगना अपनी बात मीडिया में प्रकाशित होने वाले ब्लाइंड आइटम से शुरू करती हैं। वे कहती हैं, न्यूज में ब्लाइंड आइटम लिखे ही इसलिए जाते हैं, ताकि जब कोई झूठ बोले, तो उसके ख़िलाफ़ कोई कानूनी कार्रवाई न हो सके। मगर, उसके भीतर में जो व्यक्ति से जुड़ा विवरण होता है। वो सभी बातों को स्पष्ट कर देता है। जैसे यदि मेरे बारे में कोई लिखे तो उसमें लिखेगा- वो लड़की जिसके घुंघराले बाल हैं, नेशनल अवॉर्ड मिला हुआ, साइकोटिक है, मनाली से है… इस तरह मेरे ख़िलाफ़ लिखते हुए मेरा विवरण पूरा लिख दिया जाएगा लेकिन नाम नहीं लिखा जाएगा।”
Emotional, psychological & mental lynching •
On an individual happens openly and we all are all guilty of watching it silently. Is blaming the system enough? Will there ever be change? Are we going to see a monumental shift in the narrative on how outsiders are treated? pic.twitter.com/DKmR1JhlDV— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) June 19, 2020
वे सुशांत के संदर्भ में ऐसी ही मीडिया रिपोर्टों का उल्लेख कर बताती हैं कि पत्रकारिता के नाम पर मीडिया ने सुशांत को कैसे अपमानित किया। वे बताती हैं, “23 अगस्त 2017 को बॉलीवुड लाइफ सुशांत के बारे में लिखता है कि वो जब भी सेक्स करता है तो अपने ही गाने सुनता है। तो वो सबसे बड़ा नारसिसिस्ट है। 16 दिसंबर 2016 में मुंबई मिरर लिखता है कि सुशांत एक ट्रक ड्राइवर की तरह दिखता है। 22 फरवरी 2019 को मुंबई मिरर लिखता है कि पार्टी में तमाशा करने के बाद सुशांत ने काँच की बोतल एक निर्देशक के सिर पर मारी। 18 अक्टूबर 2018 को डीएनए लिखता है कि सुशांत ने अपनी को-एक्टर का रेप किया और वह मीटू के चलते अब जेल जा सकता है।”
इन मीडिया रिपोर्टों का उल्लेख करने के बाद कंगना कहती हैं कि ऐसे न जाने कितने अनगिनत झूठ बुद्धिजीवी पत्रकारों द्वारा बोले गए। वे कहती हैं, “ये जो मूवी माफिया के पाले हुए चील, कौए, गिद्ध हैं, वो इस मेंटल, इमोशनल और साइकलोजिकल रूप से की गई लिंचिंग को पत्रकारिता कहते हैं। मेरे बारे में आज तक जो भी कहा गया, मैंने कुछ नहीं कहा। लेकिन जब एक स्वतंत्रता सेनानी के ख़िलाफ़ गंदगी लिखी गई, तब मैंने उस पत्रकार को जवाब दिया। मगर, तब उसने मेरे ख़िलाफ़ एक गिल्ड बनाई और कोशिश की गई कि मेरी फिल्म को बैन किया जाए, फ्लॉप किया जाए।”
वे बताती है,”करीब 3000 पत्रकार एक लड़की के ख़िलाफ़ खड़े होते हैं। भावनात्मक तौर पर उसकी लिंचिंग करते हैं। पर ये समाज और कानून कुछ उन्हें कुछ नहीं कहता। मैंने ऐसे लोगों पर केस करने की कोशिश की, लेकिन 1 महीने बाद जब मेरी फिल्म रिलीज हुई, वे सभी पत्रकार गायब हो गए। इसलिए मेरे कहने का मतलब ये हैं कि ये समाज जिस अन्याय की बुनियाद पर खड़ा है और कभी आवाज नहीं उठाता। लोग मीडिया में छपी ऐसी बातें पढ़ते हैं और चटकारे लगाते हैं। लेकिन कभी नहीं सोचते कि नेपो किड्स के बारे में ऐसी बातें क्यों नहीं होतीं।”
गौरतलब है कि इससे पहले कंगना ने सुशांत की मौत से आहत होकर एक वीडियो और जारी की थी। इसमें उन्होंने इंडस्ट्री के असली चेहरे की पोल खोलते हुए सवाल पूछा था कि सुशांत की मौत आत्महत्या है या प्लान्ड मर्डर।
बता दें इस वीडियो में भी कंगना ने बताया कि सुशांत के पिता ने उनकी मौत के बाद बताया कि वह फिल्म इंडस्ट्री में हो रही टेंशन के कारण परेशान थे। वहीं उन्हें लॉन्च करने वाले निर्देशन अभिषेक कपूर ने कहा कि उन्हें बिलकुल चरणबद्ध तरीके से दिमागी तौर पर थोड़ा-थोड़ा करके तोड़ा गया। वहीं उनकी पार्टनर रह चुकी अंकिता का कहना है कि सुशांत सामाजिक रूप से की गई बेइज्जती को नहीं सहन कर पाए।
https://twitter.com/KanganaTeam/status/1272468124118298625