लखनऊ। कानपुर में एक सीओ समेत दस पुलिसकर्मियों के हत्यारोपी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे भाई के लखनऊ स्थित घर पर एसटीएफ और पुलिस ने छापेमारी की। इस दौरान उसके घर से सरकारी कार मिली है जिसे पुलिस कब्जे में लेकर पड़ताल कर रही है। यह कार विशेष सचिव राज्य सम्पत्ति के नाम पर रजिस्टर है। कार नीलामी में खरीदी गई थी जो अभी तक ट्रांसफर नहीं कराई गई थी। फिलहाल पुलिस ने इस गाड़ी को अपने कब्जे में ले लिया है।
इससे पहले शुक्रवार को पुलिस ने विकास और उनके भाई के घर पर छापेमारी की थी। इस दौरान यहां सिर्फ दीपू की पत्नी अंजली मिली। अंजली को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
आपको बता दें कि वर्ष 2001 में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला हत्याकांड में आरोपित कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर गुरुवार रात दबिश देने पुलिस गई थी। इसी बीच बदमाशों ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। समें एक क्षेत्राधिकारी (सीओ) समेत दस पुलिसकर्मी शहीद हो गए। हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं, जिसमें चार की हालत गंभीर है। घायल बिठूर एसओ कौशलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि देर रात को चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिकरू गांव निवासी विकास दुबे के घर पर पुलिस टीम दबिश देने गई थी।
बिठूर व चौबेपुर पुलिस ने छापेमारी करके विकास के घर को चारों तरफ से घेर लिया। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर बदमाशों को पकड़ने का प्रयास कर ही रही थी कि विकास के साथ मौके पर मौजूद आठ-दस बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। पुलिसकर्मी जब तक कुछ समझ पाते गोली मेरी जांघ और हाथ पर लग गई। इसके अलावा दरोगा सुधाकर पांडेय, सिपाही अजय सेंगर, अजय कश्यप, चौबेपुर थाने का सिपाही शिवमूरत और होमगार्ड जयराम पटेल घायल हो गए।