लखनऊ। उत्तर प्रदेश सहित लखनऊ में कोरोना का प्रकोप दिनों दिन बढ़ रहा है। जुलाई माह में वायरस और आक्रामक दिख रहा है। शनिवार को अब तक एक दिन में सर्वाधिक मरीज चपेट में अाए हैं। डाक्टर की की मौत के साथ-साथ 78 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इसमें मंत्री के परिवार के पांच लोग भी शामिल हैं। वहीं लखीमपुर में भी नौ लोग पॉजिटिव मिले हैं जिसमें से चार लोग एक ही परिवार के हैं।
खीरी में नौ पॉजिटिव मिले, चार मरीज एक ही परिवार के
लखनऊ में सीएमओ की टीम ने शुक्रवार को 460 संदिग्ध मरीजों के सैंपल संग्रह किए। इसमें 78 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। संक्रमित मरीजों में 27 महिला व 51 पुरुष हैं। इसमें संक्रमित ग्राम्य विकास मंत्री मोती सिंह के घर के पांच लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई। वहीं 102एंबुलेंस कॉल सेंटर के 32, कुर्सी रोड का एक, कैंट रोड के चार, मोहान रोड के दो, इन्दिरानगर के तीन, चौक का एक, काजमैन के दो, हरिनगर के एक, विकासनगर का एक, अलीगंज का एक, सिग्नेचर बिल्डिंग का एक, मलिहाबाद में एक, देवीखेडा का एक, बनीकला का एक, सरोजनीनगर का एक, फैजाबाद रोड का एक, नरही का एक, कल्याणपुर का दो, गुडंबा के दो, एलडीए काॅलोनी के तीन, चंदरनगर के पांच, गायत्रीनगर के दो, अजयनगर के एक, राजाजीपुरम के एक, केजीएमयू के दो स्टाफ, गौतमपल्ली के पांच रोगी संक्रमित पाए गए हैं। वहीं राजाजीपुरम के तालकटोरा निवासी होम्योपैथिक चिकित्सक की केजीएमयू में मौत हो गई। एक साथ भारी तादाद में मरीजों के पाए जाने से इलाकों में हड़कंप मच गया। वहीं स्वास्थ्य विभाग के भी हाथ-पांव फूल गए हैं। इस दौरान 14 कंटेनमेंट जोन हटाए गए व16 नए बढ़ाए गए हैं।
कब-कब आए सर्वाधिक मरीज
शहर में 11 मार्च को कोरोना ने दस्तक दी। मार्च माह में 20 तारीख को सर्वाधिक चार केस रहे। वहीं अप्रैल माह में 18 तारीख को 56 केस सर्वाधिक रहे। ऐसे ही मई माह में 28 तारीख को 15 केस रिकॉर्ड रहे। जून में 16 तारीख को सबसे अधिक 66 मरीज एक दिन में आए। वहीं चार जुलाई को अब तक के सर्वाधिक केस 78 रहे। ऐसे में मरीजों की संख्या बढ़कर 1225 हो गई है।
55 रोगियों ने जीती कोरोना से जंग
कोरोना के संक्रमण से जीतने वालों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है। शनिवार को एक दिन में 55 रोगियों को डिसचार्ज किया गया। इसमें केजीएमयू के पांच, एसजीपीजीआइ के चार, एलबीआरएन के छह, लोहिया से 13, आरएसएम के 25 व ईएसआई हॉस्पिटल से दो मरीजों को डिस्चार्ज कर दिया गया। वहीं 747 लोगों का सैंपल संग्रह क जांच के लिए भेजा गया। इसके अलावा क्षेत्रों में संक्रमण मुक्ति अभियान भी चला।
प्राइवेट कॉलेज शिफ्ट किए मरीज
सरकारी में लोहिया, साढ़ामऊ व लोकबंधु अस्पताल के 90 फीसद बेड शुक्रवार से फुल हैं। शनिवार को मरीज डिस्चार्ज होने के बाद कई और भर्ती किए गए। इसके बाद मरीजों को प्राइवेट मेडिकल कॉलेज शिफ्ट किया गया। शहर में 1500 के करीब इलाज के लिए बेड हैं। वहीं 4400 बेड कोविड केयर के लिए हैं। ऐसे में अभी बेड को लेकर कोई समस्या नहीं है।