Saturday , November 23 2024

अनस कुरैशी ने शिव मंदिर के उपाध्यक्ष को पीट-पीट कर मार डाला… क्योंकि उन्होंने भगवा पहना था

मेरठ। महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की निर्मम हत्या के बाद अब मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का है। यहाँ अब्दुल्लापुर इलाके में शिव मंदिर के उपाध्यक्ष की हत्या सिर्फ़ इसलिए कर दी गई क्योंकि उन्होंने गले में भगवा लपेटा हुआ था।

शिव मंदिर के उपाध्यक्ष कांति प्रसाद की हत्या मामले में पुलिस ने अनस कुरैशी नाम के युवक को आरोपित बनाकर जेल भेजा है। बाकी आरोपितों की तलाश की जा रही है। फिलहाल, एहतियातन गाँव में पुलिस बल तैनात है।

अब्दुल्लापुर के बाजार में शिव मंदिर के उपाध्यक्ष कांति प्रसाद मंदिर की दुकानों में ही अपनी दुकान करते थे। मंदिर में साफ सफाई से लेकर हर पूजा-पाठ कराने की जिम्मेदारी भी उन्हीं पर थी। वे अक्सर साधू की वेशभूषा में रहते थे। इसी के साथ उनके गले में हमेशा भगवा दुपट्टा होता था।

सोमवार (जुलाई 13, 2020) को वह अपने इसी परिधान में गंगानगर स्थित बिजलीघर में बिजली का बिल जमा कराने गए। लेकिन वापस लौटते समय उन्हें ग्लोबल सिटी के पास अनस कुरैशी मिल गया। उसने कांति प्रसाद का भगवा दुपट्टा देखकर उन पर धार्मिक टिप्पणी की और विरोध करने पर उनकी पिटाई भी कर दी।

कांति प्रसाद ने गाँव लौटकर इस बारे में सबको बताया और उसके परिजनों से भी इस संबंध में शिकायत की। मगर, अनस कुरैशी तभी पीछे से आ गया और उन्हें फिर बेरहमी से मारने लगा। जब कांति प्रसाद के परिवार वालों को इस मामले की खबर हुई तो वह उन्हें भावनपुर थाने ले गए। लेकिन, थाने में कांति प्रसाद की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद एंबुलेंस बुलाया गया और उन्हें मेडिकल कॉलेज में एडमिट करवा दिया गया।

इस दौरान कांति प्रसाद की शिकायत के आधार पर पुलिस ने अनस के खिलाफ धार्मिक टिप्पणी करने, मारपीट और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया। किंतु मंगलवार को उपचार के दौरान कांति प्रसाद की मौत हो गई।

कांति प्रसाद की मौत से हिंदू संगठनों में रोष व्याप्त हो गया और थाने पर उन्होंने जमकर हंगामा किया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अनस पर धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी की पुष्टि मेरठ पुलिस ने ट्वीट करके भी दी।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch