Friday , May 17 2024

नाबालिग लड़कियों से रेप, सरकारी ठेके और VIP लोगों का साथ, दरिंदे प्यारे मियां की ऐसी है कहानी

नई दिल्ली। मध्यप्रदेश का एक ऐसा शख्स जिसने कम समय में हजार रूपये की नौकरी से करोड़ो की संपति अर्जित कर ली। हम बात कर रहे हैं दरिंदे प्यारे मियां की, जिसके काले कारनामे अब सभी के सामने आ चुके हैं।

एक अख़बार में पेस्टर का काम करने वाला मामूली सा व्यक्ति अचानक अखबार का मालिक बन बैठा और कुछ ही सालों में उसने करोड़ो की संपति जुटा ली। उसने न सिर्फ फर्जी पत्रकारिता का रौब जमा कर नाबालिग लड़कियों को अपनी हवस का शिकार बनाया बल्कि उनका धंधा भी किया।

ऐसा था रौब
प्यारे मियां ने कब अखबार में खबरे चिपकाते चिपकाते करोड़ों की प्रॉपर्टी कमा ली किसी को समझ ही नहीं आया। बताया जा रहा है कि एक अखबार में पेस्टर जैसी मामूली नौकरी करने वाला आरोपी प्यारे मियां बड़े अख़बार का मालिक बन गया और  उसने काली कमाई के जरिए करोड़ों की संपत्ति बना ली। उसने इसी के रौब पर गैर कानूनी धंधे किए।

अय्याशी के अड्डे
बताया जाता है कि उसके भोपाल इंदौर के साथ कई जगहों पर अय्याशी के अड्डे बने हुए थे। यहां पर वो नाबालिग लड़कियों से धंधा कराता था। इतना ही नहीं यहां नाइट पार्टी हुआ करती थीं। महंगी शराब और नशा परोसा जाता था।

इसकी पार्टियों में बड़े-बड़े लोग शामिल होते थे। पिछले 2 साल से यह घिनौना खेल चल रहा है। लेकिन प्यारे मियां को प्रशासनिक अधिकारियों का संरक्षण मिला हुआ था इसलिए वो बचता रहा। उसने कई सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाया हुआ था।

करोड़ों की है प्रॉपर्टी
प्यारे मियां को श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया है। अब उसके काले साम्राज्य पर पुलिस प्रशासन की नजर है। प्यारे मियां की भोपाल में अवैध संपत्ति ढहा दी गई है और अब उसकी प्रदेशभर में फैली प्रॉपर्टी की लिस्ट तैयार की जा रही  है।

इस दरिंदे की भोपाल के अलावा इंदौर और दूसरे जिलों में करोड़ों की अवैध प्रॉपर्टी होने की जानकारी मिली है। इतना ही नहीं, इसका सरकारी टेंडरों में भी दखल था।

खबरें पेस्टर से आरोपी
भोपाल से निकलने वाले एक अखबार के दफ्तर में प्यारे मियां पेस्टर था। वो अखबार में खबरें चिपका कर पेज तैयार करता था, जिसके उसे हजार रुपए महीना मिलते थे। लेकिन इतनी सी कमाई से उसका कुछ नहीं होता था, उसने करोड़पति बनने के लिए छोटा और घिनोना रास्ता अपनाया।

अखबार में पेस्टिंग करने वाला ये आरोपी हेर-फेर करते हुए पहले  खुद अखबार का मालिक बन गया और फिर इसकी कालाबाजारी शुरू हुई। अपने काले कारनामों की वजह से कुछ ही प्यारे मियां कुछ साल में ही करोड़पति बन गया।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch