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कानपुर एनकाउंटर : विकास दुबे के 11 गुर्गे अब भी फरार, पुलिस ने कानपुर देहात, औरैया और झांसी में दी दबिश

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कानपुर में 2 जुलाई की रात हुई आठ पुलिसवालों की हत्या के आरोपी 11 लोग अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इसके अलावा कुछ और लोगों के बारे में जानकारी मिली है कि अप्रत्यक्ष तौर पर विकास की मदद कर रहे थे। इन लोगों के बारे में सुराग मिलने पर एसटीएफ की टीमों ने मंगलवार देर रात एक साथ कई जिलों में छापेमारी की। एक दर्जन से अधिक लोगों को उठाकर पूछताछ की जा रही है।

पुलिस और एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कानपुर देहात, औरैया और झांसी में विकास के कुछ गुर्गे अपने रिश्तेदारों के यहां छिपे हैं। इसके बाद एसटीएफ ने सभी इलाकों में एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम को सतर्क कर दिया। देर रात लगभग ढाई बजे एक साथ सभी जगहों पर छापेमारी की गई। इस ऑपरेशन में एक दर्जन लोग उठाए गए हैं। ये सभी विकास के गुर्गों के रिश्तेदार हैं। उनसे विकास के साथियों के बारे में पूछताछ जारी है। साथ ही इन गुर्गों के दूसरे मोबाइल नम्बर भी निकलवाए जा रहे हैं ताकि उनकी लोकेशन के बारे में जानकारी मिल सके।

वहीं, मुंबई से कानपुर लाए गए विकास दुबे के करीबी अरविंद उर्फ गुड्डन त्रिवेदी ने बताया कि उसने विकास के पास कुछ असलहाधारी भेजे थे। राइफलों का इंतजाम भी कराया था मगर खुद मौके पर मौजूद नहीं था। घटना के बाद विकास की भागने में मदद की। शिवली और औरैया में उसी ने रुकने और खाने का इंतजाम किया था। उसके उज्जैन जाने की व्यवस्था भी गुड्डन ने ही की थी। बयानों के आधार पर पुलिस ने उसे मुल्जिम बनाया है। पूछताछ के बाद बुधवार को पुलिस ने गुड्डन को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे और उसके ड्राइवर सोनू को जेल भेज दिया।

ऑडियो वायरल होने के बाद शशिकांत की पत्नी मनु हिरासत में
विकास दुबे के ममरे भाई शशिकांत पांडेय की पत्नी मनु उर्फ पिंकी की तीन कॉल रिकॉर्डिंग वायरल होने के बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है। साक्ष्य छिपाने और आरोपितों का सहयोग देने में उसकी भूमिका पर पूछताछ शुरू कर दी है।

अन्य महिलाओं से भी पूछताछ शुरू
शशिकांत की पत्नी की भूमिका संदिग्ध मिलने के बाद पुलिस ने हत्याकांड में फरार अन्य आरोपितों के घर में दोबारा छापेमारी की। उनके घर में मौजूद महिलाओं को हिरासत में लेकर फिर पूछताछ की जा रही है। सभी के मोबाइल जांच के लिए कब्जे में लिए हैं। कॉल डिटेल चेक की जा रही है। अगर आरोपितों की मदद में उनकी संलिप्तता मिली तो जेल भेजा जाएगा।

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