नई दिल्ली। कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह के द्वारा 35 करोड़ की रिश्वत ऑफर करने के आरोप पर कांग्रेस के बागी नेता सचिन पायलट ने सफाई दी। उन्होंने कहा कि मैं ऐसे आरोपों से दुखी हूं, लेकिन आश्चर्यचकित नहीं हूं। ऐसे आरोप मेरी छवि खराब करने के लिए लगाए जा रहे हैं, जिससे कि राजस्थान में पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के सदस्य और विधायक के रूप में मेरी वाजिब चिंताओं को दबाया जा सके।
मुझे बदनाम करवाने और मेरी विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश है। मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की कोशिश है। ज्ञात हो कि राजस्थान कांग्रेस के विधायक गिरिराज सिंह ने आरोप लगाया था कि सचिन पायलट ने उन्हें राज्यसभा चुनाव में विपक्ष को वोट करने के लिए 35 करोड़ रुपये की पेशकश की थी।
इस बारे में जवाब देते हुए सचिन पायलट ने कहा कि मेरे खिलाफ आरोप लगाने विधायक पर मैं सख्त कानूनी कार्रवाई करूंगा। मुझे पूरा भरोसा है कि ऐसे आरोप और लगाए जाएंगे लेकिन मैं अपने भरोसे पर कायम रहूंगा और प्रतिबद्ध रहूंगा।
गिरिराज बोले, 35 करोड़ रुपये का हुआ था ऑफर
राज्यसभा चुनावों में वोटिंग को लेकर सोमवार को जयपुर के होटल फेयरमॉन्ट में प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई, जिसमें कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह ने खुलासा किया। गिरिराज सिंह ने कहा कि मेरे पास भी राज्यसभा चुनावों में वोटिंग के लिए 35 करोड़ रुपये का ऑफर आया था, लेकिन मैंने मना कर दिया। गिरिराज ने आगे कहा कि पहले भी हम बसपा छोड़कर आए थे। लोग कहते हैं कि बसपा पैसे लेकर टिकट देती है। अगर अब हम ऐसे कांग्रेस छोड़कर जाएंगे, तो लोग क्या कहेंगे, लिहाजा मैंने पूरी बात सीएम गहलोत साहब को बता दी थी।
भोले चेहरे के पीछे छिपा बैठा था ऐसा साजिशकर्ता
सोमवार को सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उन्होंने सारी मर्यादाएं लांघ दी और सचिन पायलट को काफी भला-बुरा कहा। गहलोत ने जो कुछ आज कहा, उसके बाद ऐसा नहीं लगता कि सचिन पायलट कांग्रेस में रहना चाहेंगे।
गहलोत ने सचिन पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं पहले से ही यह बात कह रहा था कि सरकार को गिराने का षड्यंत्र चल रहा है। भोला चेहरा हिंदी अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ और देश – दुनिया की मीडिया को प्रभावित कर रखा है। किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि एक भोले चेहरे के पीछे ऐसा साजिशकर्ता छिपा बैठा था।
ये इंसान निकम्मा -नकारा है
गहलोत ने कहा कि पिछले सात साल से पायलट प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, लेकिन फिर भी उन्हें हटाने के लिए किसी ने एक आवाज नहीं उठाई। उनका इतना सम्मान किया। हम इसलिए कुछ नहीं बोलते थे कि क्योंकि चाहते नहीं थे कि दिल्ली में राजस्थान को लेकर ऐसी इमेज बने। सब जानते थे कि ये इंसान निकम्मा -नकारा है, लेकिन फिर भी कोई इसलिए नहीं बोलता था, ताकि गलत छवि पेश ना हो।
पायलट को छोटी उम्र में सब कुछ मिला, तो फिर भी उन्होंने कांग्रेस ने पीठ में छुरा घोंपा। मीडिया से बातचीत करते हुए सीएम गहलोत ने कहा कि मैं बैंगन बेचने नहीं आया हूं, सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं सीएम हूं अपना काम करने आया हूं। न्यायालय में चल रही सुनवाई को लेकर गहलोत ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि न्यायालय की ओर से हमें पूरा न्याय मिलेगा।