दीपक शर्मा
मंदी के दौर में, महामारी के काल में, हर तरह की मुसीबतों के बीच …जब हर परिवार से किसी न किसी का रोजगार छिन रहा हो…तब जमीर से सौदा करने वाले बागी विधायकों के ऐसे ठाठ देखकर, राजनीति से घोर घृणा होने लगती है।
शायद ऐसी बेशर्म सी तस्वीर देखने के लिये हम अपने बूढ़े बाप, मां, नाना-नानी के साथ एक-डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर, मतदान करने जाते हैं।
राजस्थान के नेताओं के ये ऐश फॉर कैश, लोकतंत्र की दुखद और विचलित करने वाली तस्वीर है।