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…जब पुलिस वालों ने रोते हुए सीनियर ऑफिसर से माँगी गोली चलाने की इजाजत: बेंगलुरु दंगे का सच

मंगलवार की शाम (11 अगस्त 2020) को बेंगलुरु की सड़कों पर मुस्लिम भीड़ पत्थर चलाते हुए और जम कर तोड़-फोड़ करती हुई नज़र आई। हमने इस घटना की रिपोर्ट की थी। कैसे डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन के भीतर मुस्लिमों की भीड़ दाखिल हुई। इसके बाद लगभग 200 से 250 वाहन मौके पर ही जला दिए गए।

इस घटना का एक नया वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है। इस वीडियो में डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन के कर्मचारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों से आत्मरक्षा के लिए गोली चलाने की इजाज़त माँग रहे हैं। वीडियो में साफ़ सुना जा सकता है कि इस्लामी भीड़ पुलिस वालों पर टूट पड़ी है। हालात इतने भयावह हो जाने के बाद पुलिस कर्मियों ने वरिष्ठ अधिकारियों से आत्मरक्षा में गोली चलाने की अनुमति माँगी।

जिस पर अधिकारियों ने साफ़ तौर पर कहा कि वह भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जो ज़रूरी समझें, वह करें। वीडियो में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा, “आपको जो सही लगे वह करिए! इस समय आपको कोई और नहीं बचा सकता है। आपको अपनी सुरक्षा खुद से ही करनी होगी।” टीवी 9 कर्नाटक द्वारा प्रसारित इस वीडियो में साफ़ तौर पर देखा जा सकता है कि कैसे उग्र मुसलमानों की भीड़ ने पूरे बेंगलुरु शहर को आग में झोंक दिया।

जिस इस्लामी भीड़ ने मंगलवार की शाम कॉन्ग्रेस विधायक का घर तहस-नहस किया, उसी भीड़ ने कुछ समय बाद शहर के दो पुलिस थाने भी तबाह किए।  इसके अलावा उन्होंने आस-पास मौजूद गाड़ियों को भी जला कर दिया। उन्हें इस बात का अंदेशा था कि पुलिस ने उनके साथियों को इन पुलिस थानों में बंद करके रखा है।

पूरे बेंगलुरु में हुई तोड़-फोड़ और आगजनी की घटनाओं में कई पुलिस वाले घायल तक हुए और उनकी गाड़ियों में तोड़-फोड़ भी हुई। घटना नियंत्रित करने के लिए कुछ समय बाद KSRP प्लाटून्स को मौके पर बुलाया गया था। उनके द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक़ दंगाइयों ने उन पर छतों से पत्थर फेंके। कई मौक़ों पर पुलिस वालों को हालात नियंत्रित करने के लिए आँसू गैस के गोले तक चलाने पड़े।

हिंसा की इन घटनाओं में अब तक कुल 3 लोगों के मारे जाने की ख़बर है। घटना के बाद डीजे हल्ली पुलिस थाने के इर्द-गिर्द काफी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। इस मामले में अब तक कुल 145 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। साथ ही पूरे क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गई है।

इस मुद्दे पर कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार (अगस्त 12, 2020) को कहा कि राज्य सरकार बेंगलुरु हिंसा की घटना में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। बोम्मई ने एक महत्वपूर्ण घोषणा करते हुए कहा कि सार्वजनिक संपत्ति और वाहनों को नुकसान की भरपाई क्षति पहुँचाने वाले दंगाइयों को करना होगा।

मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए, कर्नाटक के गृह मंत्री ने कहा, “मैं संपत्ति की वसूली को लेकर एक महत्वपूर्ण घोषणा करना चाहता हूँ कि सर्वोच्च न्यायालय का कहना है कि हिंसा के दौरान क्षतिग्रस्त हुई सार्वजनिक संपत्ति की भरपाई उन व्यक्तियों द्वारा किया जाना चाहिए जिन्होंने नुकसान पहुँचाया है। हम तुरंत कार्रवाई करने जा रहे हैं। हम व्यक्तियों की पहचान कर रहे हैं और नुकसान का आकलन कर रहे हैं। इसके बाद दंगाइयों द्वारा नुकसान की वसूली की जाएगी।”

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