Saturday , April 27 2024

सीतापुर में भतीजे ने चाचा-चाची को काट डाला, ताऊ को फोन कर बोला-जिंदा हैं या मर गए

सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में शुक्रवार की देर रात पैतृक जमीन के विवाद में भतीजे ने अपने चाचा-चाची की धारदार हथियार से वारकर हत्या कर दी। यही नहीं, वारदात को अंजाम देने के बाद भतीजा खुद महमूदाबाद कोतवाली पहुंचा और अपने ताऊ को फोन कर कहा कि देखो चाचा-चाची जिंदा हैं या मर गए? घटना की सूचना पर एएसपी नरेंद्र प्रताप ने भी घटनास्थल का मुआयना किया और ग्रामीणों से घटना के बारे में जानकारी जुटाई।

ये है पूरा मामला 

मामला महमूदाबाद कोतवाली क्षेत्र के लकनीपुर गांव का है। शुक्रवार की रात लकनीपुर निवासी अवधेश पुत्र श्रीकेशन अपनी पत्नी गीता के साथ खाना खाकर चारपाई पर बैठे बातें कर रहे थे। रात 12:00 बजे अवधेश का भतीजा विपिन उर्फ अभिषेक पुत्र स्वर्गीय राजकुमार हाथ में बांका लेकर पहुंचा और अवधेश पर ताबड़तोड़ वार करने शुरू कर दिए। अवधेश मरणासन्न होकर गिर पड़ा।  इसके बाद विपिन ने गीता पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। इसके बाद विपिन हाथ में बांका लेकर सीधे कोतवाली पहुंचा और पुलिस को घटना की जानकारी दी। कोतवाली से विपिन ने अपने ताऊ राधेश्याम को फोन किया और बताया कि वह चाचा-चाची की हत्या कर कोतवाली आया है। घर जाकर देख लें कि वह जिंदा है या नहीं।  राधेश्याम भाई के घर पहुंचे तो देखा अवधेश व गीता के रक्तरंजित शव जमीन पर पड़े हुए हैं। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया शोरगुल पर पूरा गांव घटनास्थल पर एकत्र हो गया।

अवधेश, राधेश्याम, राजकुमार तीन भाई हैं। एक भाई राजकुमार की मौत पहले हो चुकी है।  अवधेश के कोई संतान नहीं है।  राधेश्याम एक पुत्र सुमत राजकुमार के दो पुत्र विपिन व अजय हैं। अवधेश के पिता श्री केशन के नाम पर 24 बीघा जमीन है। इसी जमीन पर अवधेश ने तीन लाख रुपये का लोन ले रखा था। विपिन चाहता था अवधेश यह लोन शीघ्र अदा कर दे। लोन अदा नहीं हुआ तो पूरी जमीन चली जाएगी। जिसमें उसके पिता का भी हिस्सा शामिल है। इसी बात पर नाराज होकर आरोपित ने अपने चाचा चाची की हत्या कर दी।

एएसपी साउथ नरेंद्र प्रताप के मुताबिक, लखनीपुर गांव से दंपती की सूचना के बाद पुलिस टीम मौके पर गई थी। मृृृृतक अवधेश ने पैतृक जमीन पर लोन लिया था। यह जमीन उनके बाबा के नाम पर थी। अवधेश का भतीजा चाहता था कि वह लोन अदा कर दें। इसके बाद वह जमीन पर लोन लेकर अपना घर बनवाए। अवधेश ने ऐसा नहीं किया। इसी को लेकर उसने अपने चाचा-चाची की हत्या कर दी। आरोपी पुलिस हिरासत में है, मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।’

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch