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सुशांत मामले की ही तरह हो पालघर में साधुओं की मॉब लिंचिंग की CBI जॉंच: साधु-संन्यासियों का आह्नान

महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के पालघर में साधुओं की हत्या मामले में सीबीआई जाँच की माँग उठी है। जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने साधुओं की हत्या मामले में ये माँग उठाई है।

उनका कहना है कि पालघर में साधुओं की हत्या को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इस मामले में अभी तक न्याय नहीं हो सका है जिसे लेकर लोगों में गुस्सा है।

उन्होंने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की तरह ही इस मामले की जाँच भी CBI को करनी चाहिए। गिरी ने कहा कि धार्मिक संगठन और श्रद्धालु यही चाहते हैं कि पालघर में साधुओं की हत्या के मामले की जाँच केंद्रीय जाँच एजेंसी (CBI) के हवाले कर देनी चाहिए।

स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज ने ट्वीट करके भी यह माँग की। उन्होंने लिखा कि लाखों साधु-संन्यासियों और देश की धर्म-प्राण जनता का आह्वान है कि पालघर में बर्बरतापूर्वक हुई साधुओं की हत्या की निष्पक्ष जाँच CBI द्वारा होनी चाहिए! देश न्याय चाहता है!

उल्लखेनीय है कि सुशांत सिंह राजपूत के मामले में लगातार मुंबई पुलिस के विरोध के बाद अभी हाल में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जाँच सीबीआई को सौंपी है। लोगों ने इस फैसले को सुशांत के प्रशंसकों की जीत बताया। कोर्ट का फैसला आते ही महाराष्ट्र में पालघर साधुओं की हत्या का मामला फिर सुर्खियों में आ गया।

जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर के साथ सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर माँग तेज हो गई। #CBIForPalghar के साथ ही लोगों ने अपने मत रखने शुरू कर दिए। वकील प्रशांत पटेल उमरांव ने लिखा, “अगर आप पालघर में साधुओं की लिंचिंग का विषय नहीं भूले तो फिर आवाज क्यों नहीं उठा रहे? आज इस विषय पर आप सभी के समर्थन की आवश्यकता है।”

राकेश पतंजलि योगपीठ ने लिखा, “लाखों साधु सन्यासियों और देश की धर्म-प्राण जनता का आह्वान है कि पालघर में बर्बरतापूर्वक हुई साधुओं की हत्या की निष्पक्ष जाँच CBI द्वारा होनी चाहिए! देश न्याय चाहता है!”

गायक कैलाश खेर ने स्वामी अवधेशानंद का ट्वीट रीट्वीट करते हुए लिखा, “आप जैसे धर्म ध्वजाधारी, समस्त अखाड़ों के शिरोमणि महामंडलेश्वर अतः सारे पीठों के शंकराचार्यों के नेतृत्व में ये सम्भव है, संतो तपस्वियों ने बचा रखी है ये धरती, इससे पहले की समस्त विनाश हो, शीर्ष नेतृत्व पालघर साधुओं के लिए सीबीआई जाँच का अनुदेश दें।”

याद दिला दें कि इसी वर्ष 16 अप्रैल को महाराष्ट्र के पालघर में जूना अखाड़ा के दो साधुओं के साथ एक ड्राइवर की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी। इस घटना की एक वीडियो भी सामने आई थी। वीडियो में यह साफ दिखा था कि पुलिस की मौजूदगी के बावदजूद साधुओं पर हमला हुआ। उन्हें निर्ममता से मारा गया। जब सवाल उठने शुरू हुए तो कहा गया कि कुछ अफवाहों के कारण ऐसा हुआ और साधू अपने एक परिचित के अंतिम संस्कार में शामिल होने मुंबई से गुजरात जा रहे थे।

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