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बिकरू कांड में एक और ऑडियो वायरल, जानें- एसओ और एसएसपी के बीच क्या हुई थीं बात

कानपुर। दो जुलाई की रात बिकरू कांड के पीछे तत्कालीन एसएसपी की असफल रणनीति भी जिम्मेदार थी। वारदात के बाद ही तत्कालीन एसएसपी दिनेश कुमार पी और एसओ चौबेपुर विनय के बीच हुई बातचीत के दो अलग-अलग ऑडियो मंगलवार को सोशल मीडिया पर वायरल होने से यह बात सामने आई है। एक दो मिनट 32 सेकंड का है, जबकि दूसरा दो मिनट 42 सेकेंड का है। ऑडियो से साफ है कि विनय ने एसएसपी को बताया था कि विकास दुबे काफी खतरनाक अपराधी है, लेकिन वह हालातों का अंदाजा लगा पाने में नाकाम रहे, जिससे सीओ समेत आठ पुलिस कर्मियों की जान चली गई। बातचीत के तरीके से साफ है कि यह वार्ता घटना के तत्काल बाद की है।

पहले ऑडियो में बातचीत के अंश

  • एसएसपी : गोली चलाने वालों में कितने लोग शामिल थे और किधर से गोलियां आ रही थीं।
  • विनय : 5 से 7 लोग या अधिकतम 10 लोग गोली चला रहे हैं। गोली विकास दुबे के घर से चलाई जा रहीं हैं। आसपास के घरों से भी हो हल्ला हो रहा है। वहां से भी गोलियां चलीं, लेकिन अंधेरे की वजह से कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
  • एसएसपी : क्या गांव वालों को पता है कि पुलिस ने छापा मारा है?
  • विनय : हां निश्चित तौर पर उन्हें पता है कि पुलिस है।
  • एसएसपी : अब तक कितने लोग घायल हुए हैं?
  • विनय : चार घायल सिपाहियों को बाहर निकाला गया है।
  • एसएसपी : हमलावरों के पास कौन से हथियार हैं?
  • विनय : 315 बोर की रायफल, पिस्टल के साथ हमलावर बम का भी उपयोग कर रहे हैं।
  • एसएसपी : क्या तुम्हें पता था कि विकास दुबे इतना खतरनाक आदमी है। उसके साथ चार पांच हथियारबंद बदमाश हर समय रहते हैं और वह बम भी चला सकता है।
  • विनय : जी सर, मैं जानता था, मुझे अंदेशा था, इसीलिए मैंने आपको बताया था और फोर्स मांगी थी।
  • एसएसपी : (बीच में विनय की बात काटते हुए) नहीं तुमने मुझे यह नहीं बताया था कि इसके साथ चार-पांच बदमाश हर समय रहते हैं और यह बम भी चला सकता है।
  • विनय : उन लोगों ने गाडिय़ां सड़क पर ही छोड़ दी थीं। गोलियां चली तो सभी तितर-बितर हो गए कौन कहां हैं? किसी को नहीं पता।

दूसरे ऑडियो में बातचीत के अंश

  • एसएसपी : क्या स्थिति है? अंदर फंसे सिपाहियों को बाहर निकाल पाए या नहीं, अभी सिपाही फायरिं कर रहे हैं या नहीं।
  • विनय : सर, 15 से 20 मिनट फायरिंग हुई थी। अब फायर नहीं हो रहे हैं और किसी को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। विकास का घर गांव के बीचोंबीच है। पुलिस टीम ने उसको चारों ओर से घेरा था, इसी बीच फायरिंग शुरू हो गई। कितने पुलिसकर्मियों को गोली लगी है कुछ नहीं पता।
  • एसएसपी : जरूर तुम्हारे थाने से पहले ही किसी ने बता दिया होगा कि दबिश पडऩे वाली है। इसके जवाब में विनय कोई उत्तर नहीं दे सका।
  • एसएसपी : अंदर कितने लोग फंसे हुए हैं?
  • विनय : 15 से 16 लोग अभी अंदर हैं। जितनी जल्दी हो सके ज्यादा से ज्यादा फोर्स भेज दें।
  • एसएसपी : वह खुद आ रहे हैं।
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