चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के ऑलराउंडर सुरेश रैना व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) के आगामी सत्र से हट गए हैं। वह शनिवार की सुबह संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भारत लौट आए और नई दिल्ली में अपने घर में क्वारंटाइन हो गए। विदेश से लौटने पर क्वारंटाइन होना जरूरी है। उनके भारत लौटने पर तमाम अटकलें लगाई जा रही थीं। सुरेश रैना ने दैनिक जागरण से कहा कि बच्चे सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण हैं।
रैना चार साल की बेटी ग्रासिया और पांच महीने के बेटा रियो के पिता हैं। इसमें कोई शक नहीं कि वह अपने बच्चों को बहुत प्यार करते हैं और उसके लिए सबकुछ छोड़ सकते हैं। सीएसके के दो खिलाड़ियों सहित 13 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद रैना का यह फैसला लेना वाजिब भी है। इसके बाद कई और खिलाड़ी इस तरह का फैसला ले सकते हैं। सीएसके ने 11 करोड़ रुपये में रैना को रिटेन किया था।
सीएसके के मुख्य कार्यकारी अधिकारी काशी विश्वनाथन ने इससे पहले ट्वीट किया था कि सुरेश रैना निजी कारणों से भारत लौट आए हैं और आइपीएल के शेष सत्र के लिए उपलब्ध नहीं रहेंगे। सीएसके इस दौरान सुरेश और उनके परिवार को पूरा समर्थन देगा।’ रैना ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। रैना के परिवार में हाल ही में एक आपदा आ चुकी है। 19 तारीख को लुटेरों ने पठानकोट में रैना की बुआ के मकान में घुसकर हमला कर दिया था। हमले में रैना के फूफा अशोक कुमार की मौत हो गई थी, जबकि उनकी बुआ आशा देवी वेंटिलेटर पर हैं।
खतरे में नहीं टूर्नामेंट : हालांकि आइपीएल पर अभी कोई खतरा नहीं है लेकिन सीएसके के 13 लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद सवाल उठने लगे हैं। बीसीसीआइ के अधिकारी ने कहा, ‘अगर सिर्फ एक टीम में 13 मामले हैं तो यह सभी के लिए एक मुद्दा है। सबसे बड़ा पहलू यह होगा कि क्या विदेशी क्रिकेटर अब घबराने लगेंगे क्योंकि वे इन मुद्दों को लेकर अधिक सतर्क रहते हैं। हमें खिलाड़ियों के मानसिक स्वास्थ्य पर नजर रखनी होगी।’ भारत में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण आइपीएल का यह 13वां सत्र यूएई में 19 सितंबर से शुरू हो रहा है।
1988 सदस्यों का हुआ टेस्ट : बीसीसीआइ ने शनिवार को कहा, ‘सीएसके में 13 लोग कोरोना पॉजिटिव मिले हैं जिसमें से दो खिलाड़ी हैं। किसी में भी इसके लक्षण नहीं दिखे हैं। आइपीएल मेडिकल टीम द्वारा उनकी निगरानी की जा रही है। 20 अगस्त से 28 अगस्त तक सभी प्रतिभागियों के यूएई में कुल 1988 टेस्ट हुए। इनमें खिलाड़ी, सहयोगी सदस्य, टीम प्रबंधन, बीसीसीआइ, आइपीएल संचालन दल, होटल एवं स्टेडियम यातायात से जुड़े सदस्य शामिल हैं।
आइपीएल 2020 के स्वास्थ्य और सुरक्षा प्रोटोकॉल के अनुसार, सभी प्रतिभागियों का पूरे सत्र के दौरान नियमित तौर पर परीक्षण किया जाएगा।’ बीसीसीआइ ने आगे कहा, ‘पॉजिटिव आए लोगों को 14 दिनों तक क्वारंटाइन में रहना होगा। इसके बाद जांच में निगेटिव आने पर ही टूर्नामेंट के बायो बबल (खिलाडि़यों को खेलने के लिए बनाए गए नियम के तहत सुरक्षित माहौल) में आने की अनुमति होगी।’