भारत-चीन के बीच शुरू हुआ तनाव महीने भर बाद भी जस का तस है, दोनों देशों के बीच मामला बातचीत से सुलझाने की कोशिशें जारी है, लेकिन इस बीच 30-31 की रात चीनी सैनिकों ने फिर से घुसपैठ की जो कोशिश की है वो बर्दाश्त के बाहर है । पूरे मामले में चीन भारत को ही आंख दिखा रहा है । चीन ने भारत को 1962 से भी बड़ी तबाही की चेतावनी दी है । अब इस मामले में अमेरिका की ओर से बयान आया है । अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पियो ने चीन को उसकी असलियत दिखा दी है ।
माइक पोम्पियो ने कहा कि चीन पूरी दुनिया की शराफत और आजादी का नाजायज फायदा उठा रहा है । ये बयान ऐसे समय में आया है जब भारत-चीन के बीच LAC पर तनाव तो है ही, साथ ही दक्षिणी चीन सागर में वो अमेरिका को आंखें दिखा रहा है । उधर चीन ने हांगकांग में भी उसकी आजादी को खत्म करते हुए पश्चिमी देशों से तनाव बढ़ा लिया है । चीन ने हांगकांग में नए कानून का विरोध कर रहे सैकड़ों लोगों को हिरासत में ले लिया है । आपको बता दें भारतीय सेना की ओर से सोमवार को बयान जारी कर कहा गया था कि चीनी सैनिकों ने LAC पर हालात को एक बार फिर घुसपैठ की कोशिश की थी।
वहीं चीन के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स में पीएलए के पश्चिमी कमांड का बयान छापा गया है, जिसमें लिखा गया है कि भारतीय जवानों ने एलएसी पर अतिक्रमण किया । जबकि दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर कई दौर की बातचीत चल रही है । ग्लेाबल टाइम्स में आगे कहा गया है कि भारतीय सैनिकों ने सोमवार को एलएसी को पार कर लिया और उकसावे वाली कार्रवाई की । चीन ने भारत को धमकाते हुए ये भी कहा है कि अगर भारत उसके साथ किसी तरह की प्रतिस्पर्धा में शामिल होना चाहता है तो चीन अतीत से ज्यादा उसकी सेना को नुकसान पहुंचाने में सक्षम है ।
भारतीय दावे को खारिज करते हुए चीन अपने संपादकीय में लिखता है – भारत ने अपने बयान में कहा कि उसने चीनी सेना की गतिविधि को पहले ही रोक दिया । इससे पता चलता है कि भारतीय सेना ने पहले विंध्वंसक कदम उठाया और भारतीय सैनिकों ने ही इस बार संघर्ष शुरू किया । ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है – भारत अपनी घरेलू समस्याओं से परेशान है, खासकर कोरोना वायरस के हालात से जो बिल्कुल नियंत्रण से बाहर है । उसने लिखा कि भारत में रविवार को कोराना संक्रमण के मामले 78,000 पहुंच गए है, अर्थव्यवस्था चौपट है । ऐसे में सीमा पर उकसाने की गतिविधियों को अंजाम देकर भारत अपनी घरेलू समस्याओं से ध्यान भटकाना चाहता है ।