केरल में 4 कॉन्ग्रेसी कार्यकर्ताओं और एक महिला को मंगलवार (सितंबर 2, 2020) को वेंजरामूदु में डीवाईएफआई के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया। पुलिस रिमांड रिपोर्ट के मुताबिक राजनीति के चलते हत्या को अंजाम दिया गया।
पुलिस ने इस मामले में एक्शन लेते हुए पहले दिन कॉन्ग्रेस के चार कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद शाम को प्रीजा नाम की एक महिला की गिरफ्तारी की गई। कथित तौर प्रीजा ने अपराध के बाद आरोपितों को फरार होने में मदद की थी।
पुलिस ने कहा, “वर्तमान में पाँच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। महिला को अपराध के बाद आरोपितों को फरार होने में मदद करने के चलते गिरफ्तार किया गया। दो अन्य आरोपित फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं।”
वहीं एक स्थानीय अदालत में पेश पुलिस की रिमांड रिपोर्ट में कहा गया कि हत्या राजनीति से प्रेरित थी और 30 अगस्त को रची गई साजिश के बाद यह अपराध किया गया था।
रिमांड रिपोर्ट के मुताबिक, आरोपियों का डीवाईएफआई कार्यकर्ताओं के साथ 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान आपस में झगड़ा हुआ था, जिसके चलते अब इनकी हत्या की साजिश रची गई।
गौरतलब है कि DYFI ने अपने कार्यकर्ताओं की हत्या के बाद एक ऑडियो जारी किया था। ऑडियो में कथित तौर पर एक आरोपित शजीथ (shajith) सांसद अदूर प्रकाश से बात कर रहा था। इसी ऑडियो के आधार पर औद्योगिक मंत्री ईपी जयाराजन ने दोहरे हत्याकांड के तार अदूर प्रकाश से जुड़े बताए थे। साथ ही उन्होंने इस हत्याकांड में कॉन्ग्रेस सांसद की भूमिका पर जाँच करने की माँग की थी।
जयाराजन का कहना था कि आरोपित ने खून करने के बाद सीधे अदूर प्रकाश को फोन किया था और आरोपितों का सांसद के साथ “क्लोज लिंक” है। वहीं, अदूर प्रकाश ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को खारिज किया था। उनका कहना था कि यह मंत्री की जिम्मेदारी थी कि वह आरोपों को सिद्ध करें। उन्होंने दावा किया था कि दोहरे हत्याकांड के किसी आरोपित ने उन्हें कॉल नहीं किया।