बीजिंग। कोरोना (CoronaVirus) संकट के बीच भी चीन अपने अंतरिक्ष मिशन (Chinese Space Mission) पर लगातार काम कर रहा है. चीन (China) ने शुक्रवार को ऐसे प्रयोगात्मक अंतरिक्ष यान (Experimental Spacecraft) का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया, जो दोबारा इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस मिशन की जानकारी गुप्त रखी गई है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अंतरिक्षयान को उत्तर-पश्चिम चीन के जियुकान सैटेलाइट लॉन्च सेंटर (Jiuquan Satellite Launch Centre) से लॉन्ग मार्च -2F कैरियर रॉकेट पर लॉन्च किया गया. हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट (SCMP)ने बताया कि अंतरिक्ष मिशन को पूरी तरह से गुप्त रखा गया था.
चर्चा करना भी प्रतिबंधित
SCMP ने कहा कि लॉन्च साइट के कर्मचारियों और वहां पहुंचे लोगों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि लॉन्च के दौरान वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी न की जाए. इसके अलावा ऑनलाइन फोरम पर भी इस बारे में चर्चा न करने की चेतावनी दी गई है.
अपने आप लौट आएगा
इन-ऑर्बिट ऑपरेशन की अवधि के बाद अंतरिक्ष यान चीन में एक पूर्व निर्धारित लैंडिंग साइट पर वापस आ जाएगा. एक सैन्य सूत्र ने कहा कि प्रयोगात्मक अंतरिक्ष यान US X-37B के समान है. मालूम हो कि X-37B एक मानवरहित अंतरिक्ष विमान है, जो स्पेस शटल के छोटे संस्करण की तरह संचालित होता है. इसे एक रॉकेट द्वारा लॉन्च किया जाता है और वह खुद रनवे लैंडिंग के लिए वापस पृथ्वी पर आ जाता है.
खुद को कर रहा मजबूत
इससे पहले जुलाई के अंत में चीन ने अपने पहले मंगल मिशन Tianwen-1 को लॉन्च किया था. गौरतलब है कि कई बार यह बात सामने आ चुकी है कि चीन महामारी की आड़ में अपनी ताकत को मजबूत करने में लगा है. वह अंतरिक्ष से लेकर जमीन तक हर तरह की चुनौती से निपटने के लिए खुद को सशक्त कर रहा है.