Saturday , April 27 2024

‘महात्मा गाँधी और सरदार पटेल का है गुजरात, उसे मिनी पाकिस्तान बोलने पर माफी माँगें संजय राउत’

शिवनेता सांसद संजय राउत से भाजपा ने माफी की माँग की है। राउत ने हाल ही में अहमदाबाद की तुलना मिनी पाकिस्तान से की थी। भाजपा का कहना है कि राउत ने ऐसा बयान सिर्फ गुजरात को बदनाम करने के लिए दिया। पार्टी की माँग है कि राउत इसके लिए गुजरात व अहमदाबाद के लोगों से माफी माँगें।

बता दें कि इससे पहले मुंबई में संजय राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था कि क्या अभिनेत्री कंगना रनौत में इतना साहस है कि वह अहमदाबाद की तुलना ‘मिनी पाकिस्तान’ से उसी प्रकार कर सकें, जैसे उन्होंने मुंबई को पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर (पीओके) बताया था।

उनसे जब सवाल किया गया कि क्या वह अपनी ‘हरामखोर’ वाली टिप्पणी के लिए माफी माँगेंगे, तब उन्होंने पत्रकारों से कहा, “जो भी यहाँ रहता है और काम करता है, यदि वह मुंबई, महाराष्ट्र और मराठी लोगों के बारे में अशोभनीय बातें करता है तो मैं (उनसे) कहूँगा कि पहले वह माफी माँगें, उसके बाद ही मैं माफी माँगने पर विचार करूँगा।”

आगे राउत ने कहा, “यदि वह लड़की मुंबई को ‘मिनी पाकिस्तान’ कहने के लिए माफी माँगे, तब ही मैं इसके बारे में सोचूँगा। क्या उसमें अहमदाबाद के बारे में यही कहने का साहस है?”

राउत की इस जिद्द के बाद भाजपा प्रवक्ता भरत पंड्या ने कहा कि शिवसेना नेता ने अहमदाबाद को मिनी पाकिस्तान कहकर गुजरात का अपमान किया है। पंड्या का कहना है, “उन्हें गुजरात, अहमदाबाद और अहमदाबादियों से माफी माँगनी चाहिए। साथ ही शिवसेना को गुजरात, गुजरातियों और गुजरात के नेताओं को जलन, घृणा और द्वेष की भावना से निशाने पर लेना बंद करना चाहिए।”

उन्होंने आगे कहा, “गुजरात महात्मा गाँधी और सरदार पटेल का है। सरदार पटेल ने 562 रियासतों को एकजुट कर भारत की एकता और अखंडता को मजबूत किया। उन्होंने जूनागढ़ और हैदराबाद को पाकिस्तान में मिलने से रोका और हिम्मत व ताकत से भारत का हिस्सा बनाया।”

पंड्या ने नरेंद्र मोदी व अमित शाह का उदाहरण देते हुए कहा, “अनुच्छेद 370 को खत्म करके कश्मीर को भारत का अभिन्न अंग बनाने का सरदार पटेल का सपना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूरा किया है, जो गुजरात से हैं।” उन्होंने कहा कि अतीत और वर्तमान में भारत की एकता और अखंडता के लिए गुजरात योगदान याद रखा जाना चाहिए।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch