भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की टी20 टूर्नामेंट इंडियन प्रीमियर लीग कहने को तो भारतीय टी20 लीग है लेकिन इसमें खेलने वाली टीम में सिर्फ एक टीम ऐसी है जिसने भारत के कोच पर भरोसा जताया है। टूर्नामेंट में कुल आठ टीमें खेलती हैं लेकिन इसमें से सात टीमों में मुख्य कोच की जिम्मेदारी के लिए विदेशी कोच को चुना गया है। किंग्स इलेवन पंजाब ही एक मात्र ऐसी टीम है जिसके मुख्य कोच की भूमिका कोई भारतीय निभा रहा है।
भारत की टी20 लीग आईपीएल दुनिया की सबसे पॉपुलर टी20 लीग में शुमार है। भारत के इस टी20 लीग को भारतीय खिलाड़ियों और युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए शुरू किया गया था। लेकिन कमाल की बता यह है कि एक तरफ जहां 7 भारतीय और 4 विकेट खिलाड़ियों को मिलाकर प्लेइंग इलेवन बनाने का नियम बनाया गया तो वहीं इसके कोचिंग टीम को लेकर टीमों को पूरी आजादी दी गई। नतीजा यह है कि आज अनिल कुंबले के रूप में सिर्फ एक भारतीय मुख्य कोच टूर्नामेंट में है।
7 टीमों के मुख्य कोच विदेशी
इस टूर्नामेंट में खेलना वाली आठ टीमों में से सिर्फ एक किंग्स इलेवन पंजाब के कोच अनिल कुंबले भारतीय हैं। इसके अलावा जो सात टीमें हैं उसके मुख्य कोच के तौर पर ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और श्रीलंका के पूर्व दिग्गज काम कर रहे हैं।
रिकी पोंटिंग (दिल्ली कैपिटल्स), ब्रैंडन मैकुलम (कोलकाता नाइटराइडर्स), स्टीफन फ्लेमिंग (चेन्नई सुपर किंग्स), महेला जयवर्धने (मुंबई इंडियंस), ट्रेवर बेलिस (सनराइजर्स हैदराबाद) साइमन कैटिच (रॉयल चैलेंचर बेंगलुरु) और एंड्रयू मैकडोनाल्ड (राजस्थान रॉयल्स) के मुख्य कोच भारतीय नहीं है।
चेन्नई की टीम के साथ फ्लेमिंग लंबे समय से काम कर रहे हैं जबकि पोंटिंग को पिछले साल ही दिल्ली की टीम का मुख्य कोच बनाया गया है। पूर्व ओपनर मैक्कुलम को कोलकाता की टीम का मुख्य को इसी सीजन से पहले बनाया गया है।