मुंबई। कंगना रनौत के मुंबई पहुँचते ही मुंबई स्थित उनके ऑफिस के सामने भारी संख्या में उनके समर्थक एकत्रित हुए और उन्होंने कंगना रनौत के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर शिवसेना प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। रिपब्लिक भारत की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई पुलिस ने कंगना रनौत के इन समर्थकों को हटाने के लिए लाठी चार्ज किया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान शिवसेना के खिलाफ नारेबाजी कर रहे कंगना के समर्थकों को जबरन पुलिस वैन में भरकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया गया। यही नहीं, इस दौरान पुलिस को कई समर्थकों के साथ धक्का-मुक्की और बल का इस्तेमाल करते हुए भी देखा गया।
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के रिपोर्टर अनुज कुमार, वीडियो जर्नलिस्ट यशपालजीत सिंह और ओला कैब ड्राइवर प्रदीप दिलीप धनावड़े को भी महाराष्ट्र पुलिस ने गैरकानूनी तरीके से हिरासत में ले लिया।
कंगना रनौत के दफ्तर के बाहर जुटे समर्थकों ने कहा कि उन्हें न्याय चाहिए। ये सभी समर्थक कंगना के साथ सुशांत सिंह राजपूत के लिए भी न्याय माँग रहे हैं और उन्होंने BMC द्वारा की गई तोड़फोड़ को नाजायज ठहराया।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने रोक लगाकर BMC को लगाई फटकार
वहीं, बॉम्बे हाईकोर्ट ने बीएमसी द्वारा की गई इस कार्रवाई पर रोक लगा दी गई है। हाईकोर्ट ने कहा कि यह तोड़फोड़ गलत इरादों से की गई। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले में कल फिर सुनवाई करेगा। हाईकोर्ट ने कंगना रनौत के ऑफिस में कथित अवैध निर्माण को गिराने में इतनी जल्दबाजी करने के लिए बीएमसी से जवाब माँगा है। कोर्ट ने कहा कि अगर इस तरह से काम किया गया तो यह शहर रहने लायक नहीं रहेगा। .