केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने ट्वीट करते हुए बताया है कि अरुणाचल प्रदेश के पाँच युवकों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी 12 सितंबर यानी कल भारत को सौंप देगा। ये युवक इस महीने की शुरुआत में लापता हो गए थे। उन्होंने कहा कि चीन की सेना ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है।
रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, “चीन की पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि वह अरुणाचल प्रदेश के युवकों को हमें सौंप देंगे। उन्हें शनिवार 12 सितंबर को किसी भी समय एक निर्धारित स्थान पर सौंपा जा सकता है।”
बता दें कि इससे पहले रिजिजू ने ही इस बात की जानकारी दी थी चीनी सेना ने इस बात को स्वीकार किया है कि पाँचों युवक उनकी तरफ मिले हैं। 8 सितंबर को किए अपने एक अन्य ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने कहा था, “चीन के पीएलए ने भारतीय सेना द्वारा भेजे गए हॉटलाइन संदेश का जवाब दिया है। उन्होंने पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए युवक उनकी तरफ मिल गए हैं। हमारी अथॉरिटी में उन्हें सौंपने के तरीके पर काम किया जा रहा है।”
दरअसल, यह घटना तब सामने आई थी जब एक समूह के दो सदस्य जंगल में शिकार के लिए गए थे और लौटने पर उन्होंने उक्त पाँच युवकों के परिवार वालों को जानकारी दी थी कि युवकों को सेना के गश्ती क्षेत्र सेरा-7 से चीनी सैनिक ले गए हैं। यह स्थान नाचो से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। कथित तौर पर अपहृत किए गए लोगों की पहचान टोच सिंगकम, प्रसाद रिंगलिंग, डोंगटू इबिया, तनु बेकर और नारगु डिरी के रूप में की गई है।