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हाथरस केस: मृतका के भाई के बयान में असमानता पाए जाने पर CBI ने लिया हिरासत में, पूछताछ के लिए अज्ञात स्थल पर ले गई टीम

हाथरस/लखनऊ। हाथरस मामले में सीबीआई ने अपनी जाँच शुरू कर दी है। मंगलवार (अक्टूबर 13, 2020) को सीबीआई की टीम ने बुलगढ़ी गाँव के अलग-अलग इलाकों में जाकर छानबीन की। सीबीआई क्राइम सीन पर पहुँची थी, जहाँ पर कथित तौर पर लड़की का गला घोंटा गया था। वहाँ पर वीडियोग्राफी की गई और पीड़िता के परिवार के सदस्यों से क्राइम सीन पर ही सवाल-जवाब हुए।

सीबीआई अधिकारियों ने मृतका के भाई की मदद से आगे की जाँच के लिए क्राइम सीन को रीक्रिएट किया। अब, यह पता चला है कि पीड़ित के भाई को हिरासत में लिया गया है और आगे पूछताछ के लिए उसके परिवार से दूर एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट में बताया गया कि पीड़िता के भाई के बयानों में कुछ असमानता पाए जाने के बाद सीबीआई ने कथित तौर पर यह निर्णय लिया है।

टाइम्स नाउ ने बताया है कि एक सीबीआई सोर्स ने समाचार चैनल को जानकारी दी है कि जाँच अधिकारियों द्वारा पीड़िता के भाई को गाँव के बाहर एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है, जहाँ उससे आगे की पूछताछ की जाएगी।

सीबीआई सूत्र के अनुसार, पीड़िता के भाई को सुबह करीब 11.30 बजे क्राइम सीन पर ले जाया गया और लगभग ढाई घंटे तक वहाँ रखा गया। उसे 14 सितंबर को घटी घटना के सीन को रीक्रिएट करने के लिए कहा, जब संदीप ने उसकी बहन पर कथित तौर पर हमला किया था। ऐसा बताया जा रहा है कि पीड़िता के भाई के आज के बयान और शुरुआत में यूपी पुलिस एवं एसआईटी को दिए बयान में काफी ज्यादा अंतर पाया गया है।

उसके बयानों में असमानता के कारण ही सीबीआई ने पीड़िता के भाई से पूछताछ करने का फैसला किया है। इससे पहले बताया गया CBI की टीम ‘नष्ट किए गए सबूतों’ को वापस लेने के लिए एक फोरेंसिक विशेषज्ञ टीम के साथ भी वहाँ गई थी। कथित तौर पर, सीबीआई के अधिकारी पीड़ित के सभी परिवार के सदस्यों का बयान भी दर्ज करेंगे।

रिपोर्ट के अनुसार, सीबीआई टीम ने हाथरस मामले के संबंध में पुलिस से महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अपने कब्जे में ले लिया था। जाँच एजेंसी आगे की जाँच के लिए पुलिस केस डायरी का भी अध्ययन करेगी। मामले की जाँच पूरी होने तक उनके हाथरस में ही रहने की संभावना है।

गौरतलब है कि इससे पहले जाँच के दौरान पीड़िता के भाई की कॉल डिटेल (CDR) से खुलासा हुआ था कि उसकी मुख्य आरोपित संदीप से फोन पर बात होती थी। टाइम्स नॉउ द्वारा एक्सेस किए गए कॉल रिकॉर्ड के अनुसार, अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 के बीच लड़की के भाई के नाम से रजिस्टर्ड फोन नंबर से 100 से अधिक फोन कॉल किए गए थे।

19 वर्षीय पीड़िता का भाई कथित तौर पर आरोपित के संपर्क में था। मीडिया चैनल ने बताया था कि यह बातचीत पीड़िता के परिवार के एक सदस्य और मुख्य आरोपित संदीप के बीच हुई है। कुछ कॉल रिकॉर्डों में बताया कि यह बातचीत 15 मिनट तक चली थी।

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