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हाथरस केस में गिरफ्तार CFI के सदस्यों का दिल्ली दंगे से जुड़ा लिंक, यूपी में रच रहे थे खौफनाक साजिश

नई दिल्ली। हाथरस कांड में गिरफ्तार किए गए कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (सीएफआइ) के सदस्य मसूद समेत तीन अन्य से पूछताछ में उनके तार दिल्ली दंगे से भी जुड़ने की बात सामने आई है। सीएफआइ, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआइ) से ही जुड़ा संगठन है। प्रारंभिक जांच में चौकाने वाली बात सामने आई है कि मसूद समेत उसके कुछ साथी हाथरस कांड में भी माहौल बिगाड़ दंगे कराने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी।

इनकी हाथरस कांड के दौरान लगातार पीएफआइ के पदाधिकारियों से बातचीत हुई थी। ये सभी पीएफआइ के उन पदाधिकारियों के संपर्क में थे जो दिल्ली दंगे की साजिश रचने व फंडिंग करने के मामले में आरोपित हैं और गिरफ्तार भी हो चुके हैं। ऐसे में केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय व यूपी पुलिस समेत अन्य एजेंसी पीएफआइ के सचिव मोहम्मद इलियास से भी हाथरस कांड को लेकर पूछताछ कर सकती है।

पीएफआइ के कई सदस्य हो चुके हैं गिरफ्तार

दिल्ली में बेहद सुनियोजित तरीके से साजिश रचकर दंगे कराने के मामले में स्पेशल सेल ने सबसे पहले 11 मार्च को पीएफआइ के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मोहम्मद परवेज अहमद, सचिव मोहम्मद इलियास व त्रिलोकपुरी के एरिया कमांडर मोहम्मद दानिश अली को गिरफ्तार किया था। इसके बाद दंगे की विस्तृत साजिश रचने के मामले में स्पेशल सेल एक के बाद एक अबतक 21 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। जिनमें 15 से अधिक पर स्पेशल सेल गैर कानूनी गतिविधियां अधिनियम (यूएपीए) लगाकर बीते दिनों इनके खिलाफ आरोप पत्र भी दायर कर चुकी है।

पीएफआइ के तीनों पदाधिकारी दानिश अली, मोहम्मद इलियास व मोहम्मद परवेज अहमद को गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद ही जमानत मिल गई थी जिससे वे अभी जेल से बाहर है। स्पेशल सेल अभी इनके खिलाफ यूएपीए नहीं लगाई है। इसके लिए सुबूत जुटाए जा रहे हैं। इलियास पर दंगे के लिए करोड़ों रुपये फंडिंग करने का आरोप भी है। उसने निलंबित निगम पार्षद ताहिर हुसैन को दंगाईयों को बांटने के लिए पैसे मुहैया कराया था। इस केस में भी मोहम्मद इलियास आराोपित है लेकिन अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं की गई है। प्रवर्तन निदेशालय के अलावा क्राइम ब्रांच इसकी जांच कर रही है।

हाथरस केस में पुलिस कर रही है पूछताछ

मथुरा पुलिस द्वारा गिरफ्तार सीएफआइ के सदस्य मसूद, सिदीक च अतिकुर्र रहमान से पूछताछ कर प्रवर्तन निदेशालय यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हाथरस कांड को लेकर मसूद की इलियास से क्या बातचीत हुई थी। मसूद, जरबल रोड थाना, वहराइच, अतिकुर्र, मुजफ्फरनगर व सिदीक केरल का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक प्रवर्तन निदेशालय ने तीनों को रिमांड पर लेने के लिए यूपी की अदालत में बताया है कि मसूद को पीएफआइ के बैक खाते से विशेष उद्देश्य के लिए पैसे मिले थे। लिहाजा उससे पूछताछ कर पता लगाया जाएगा कि क्या उसे हाथरस में हिंसा फैलाने के लिए पैसे दिए गए थे? प्रवर्तन निदेशालय मसूद से यह जानना चाहेगी की इलियास से उसकी क्या बातचीत हुई थी? क्या इलियास के कहने पर ही वे अपने साथियों के साथ हाथरस के लिए निकला था?

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