Friday , March 29 2024

‘SC जज शैम्पेन पिला रहे, सर्वोच्च न्यायालय सबसे बड़ा मजाक’ – कुणाल कामरा पर चलेगा केस, अटॉर्नी जनरल की मंजूरी

नई दिल्ली। अर्णब गोस्वामी की रिहाई के बाद सोशल मीडिया पर आई कुणाल कामरा की टिप्पणी पर कोर्ट में अब अवमानना का केस चलेगा। यह जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई ने ट्वीट करके दी है। उन्होंने बताया है कि अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कुणाल कामरा के आपत्तिजनक ट्वीट पर अवमानना का केस चलाने की मंजूरी दे दी है।

उन्होंने यह मंजूरी देते हुए लिखा, “लोग समझते हैं कि कोर्ट और न्यायाधीशों के बारे में कुछ भी कह सकते हैं। वह इसे अभिव्यक्ति की आजादी समझते हैं। लेकिन संविधान में यह अभिव्यक्ति की आजादी भी अवमानना कानून के अंतर्गत आती है। मुझे लगता है कि ये समय है कि लोग इस बात को समझें कि अनावश्यक और बेशर्मी से सुप्रीम कोर्ट पर हमला करना उन्हें न्यायालय की अवमानना कानून, 1972 के तहत दंड दिला सकता है।”

कुणाल कामरा के ख़िलाफ़ केस चलाने के लिए अपनी मंजूरी देते हुए उन्होंने लिखा कि कामरा के ट्वीट देखे हैं, जो बहुत आपत्तिजनक हैं। उन्होंने कुछ ट्विट्स का जिक्र करते हुए लिखा कि ये न केवल खराब हैं बल्कि व्यंग्य की सीमा लाँघ रहे हैं और कोर्ट की अवमानना कर रहे हैं।

अपने पत्र में अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने कुणाल कामरा के जिन ट्विट्स का जिक्र किया, उनमें से एक यह था, “देश का सर्वोच्च न्यायालय देश का सबसे बड़ा मजाक है।” एक अन्य ट्वीट, “सम्मान पहले ही इमारत (सुप्रीम कोर्ट) को छोड़ कर चला गया है।”

इसी तरह अर्णब के रिहा होने के बाद कामरा ने लिखा था, “जिस गति से सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों को ऑपरेट करती है। यह समय है कि महात्मा गाँधी के फोटो को हरीश साल्वे के फोटो से बदला जाए।”

एक अन्य ट्वीट में कामरा ने लिखा, “डीवाई चंद्रचूड़ एक फ्लाईट अटेंडेंट हैं, जो प्रथम श्रेणी के यात्रियों को शैम्पेन ऑफर कर रहे हैं क्योंकि वो फास्ट ट्रैक्ड हैं। जबकि सामान्य लोगों को यह भी नहीं पता कि वो कभी चढ़ या बैठ भी पाएँगे, सर्व होने की तो बात ही नहीं है।”

बता दें कि इन ट्विट्स के बाद वकील रिजवान सिद्दकी समेत दो वकीलों ने देश के अटॉर्नी जनरल को आवेदन पत्र लिख कर स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा के ख़िलाफ़ न्यायालय की अवमानना पर आपराधिक कार्रवाई शुरू करने की सहमति देने को कहा था।

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch