लखनऊ। राजधानी स्थित कैसरबाग में जय अम्बे एसोसिएट कलेक्शन कंपनी में एक जनवरी को हुई मारपीट और 10 लाख की लूट के मामले में आरोपित सर्वेंद्र कुमार (31) ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। गोमतीनगर विस्तार क्षेत्र में मल्हौर व दिलकुशा के बीच रेलवे ट्रैक पर उसका क्षत-विक्षत हालत में शव पड़ा मिला। पुलिस के मुताबिक, लूटकांड मामले में आरोपित सर्वेंद्र के साथी सोनू मिश्रा को वजीरगंज पुलिस ने दो जनवरी को ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी थी। वहीं, सर्वेंद्र की तलाश में दबिश दी जा रही थी।
इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार अखिलेश चंद्र पांडेय के मुताबिक, मंगलवार देर रात रेलवे स्टेशन के गेट मैन जितेंद्र मिश्र ने रेलवे ट्रैक पर एक क्षत-विक्षत शव पड़ा होने की सूचना दी थी। उन्होंने बताया कि ट्रेन के आगे कूदकर एक व्यक्ति ने जान दे दी है। शव मल्हौर व दिलकुशा के बीच रेलवे लाइन पर पड़ा है। पुलिस ने छानबीन की तो शव के पास से एक पहचान पत्र मिला। उसके आधार पर शव की शिनाख्त मूलरूप से हरदोई के बेनीगंज ग्राम चपतकलां निवासी सर्वेंद्र कुमार के रूप में हुई। सर्वेंद्र यहां विनीत खंड दो में रहता था।
इंस्पेक्टर ने बताया कि पड़ताल में पता चला कि सर्वेंद्र वजीरगंज क्षेत्र कैसरबाग में एक जनवरी को एक कलेक्शन कंपनी में हुई मारपीट और 10 लाख रुपये की लूट के मामले में वांछित था। इंस्पेक्टर वजीरगंज घनश्याम मणि त्रिपाठी ने बताया कि रेजीडेंसी के पास स्थित जय अम्बे एसोसिएट कलेक्शन कंपनी में एक जनवरी को मारपीट और 10 लाख रुपये की लूट हुई थी। कंपनी के संचालक अजय त्रिवेदी ने आठ से 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मारपीट और लूट का मुकदमा दर्ज कराया था।
घटना दुकान में लगे सीसी कैमरे में कैद हो गई थी। सीसी कैमरे की पड़ताल से सोनू मिश्रा, सर्वेंद्र कुमार समेत कई अन्य लोगों ने नाम घटना में प्रकाश में आए थे। दो जनवरी को सोनू मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। जबकि, सर्वेंद्र फरार चल रहा था। सर्वेंद्र की तलाश में दबिश दी जा रही था। इस बीच पता चला कि सर्वेंद्र ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी।
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