नैनीताल। हाई कोर्ट के वरिष्ठ न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया को गुवाहाटी हाई कोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त होने पर पर फुल कोर्ट रिफरेंस हुआ। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से आयोजित विदाई समारोह में जस्टिस धूलिया अलग उत्तराखंड राज्य आंदोलन को याद कर भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि वह कहीं भी जाएं मगर देवभूमि उत्तराखंड से उनका हमेशा दिली लगाव बना रहेगा।
शुक्रवार को चीफ जस्टिस कोर्ट में जस्टिस धूलिया के सम्मान में फुल कोर्ट रिफरेंस हुआ। जिसमें मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति आरएस चौहान, न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह, न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति एनएस धानिक, न्यायमूर्ति रवींद्र मैठाणी, न्यायमूर्ति शरद कुमार शर्मा, न्यायमूर्ति आलोक कुमार वर्मा, रजिस्ट्रार जनरल धनंजय चतुर्वेदी, सीएससी चंद्रशेखर रावत आदि मौजूद थे। इसके बाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की ओर से बार सभागार के प्रांगण में विदाई समारोह हुआ। जिसमें एसोसिएशन अध्यक्ष पूरन सिंह बिष्टï व महासचिव जयवर्धन कांडपाल की ओर से केदारनाथ मंदिर का प्रतीक चिह्नï भेंट किया गया।
जस्टिस धूलिया ने कहा कि उन्होंने बतौर अधिवक्ता व न्यायाधीश हमेशा शोषितों व वंचितों को न्याय दिलाने की कोशिश की। उत्तराखंड से लगाव ही था कि इलाहाबाद हाई कोर्ट में प्रेक्टिस छोड़कर यहां आया। बोले, हमेशा से अलग उत्तराखंड का पक्षधर रहा। उन्होंने अधिवक्ता से न्यायाधीश तक के दो दशक के कार्यकाल में मिले सहयोग के लिए अपने चालक से लेकर स्टाफ, अधिवक्ता, न्यायिक अधिकारी-कर्मचारियों के प्रति आभार प्रकट किया। इस अवसर पर पूर्व सांसद डा. महेंद्र पाल, वरिष्ठ अधिवक्ता बीसी पांडे, बीसी पांडेय, एमसी पांडेय, महाधिवक्ता एसएन बाबुलकर, शासकीय अधिवक्ता गजेंद्र संधू आदि मौजूद रहे।