पेट्रोल तथा डीजल की बढती कीमतों को लेकर लोग पहले से ही परेशान हैं, अब बजट 2021 में ऐसा फैसला लिया गया है, जिससे उपभोक्ताओं के सामने बड़ी मुश्किल हो सकती है, दरअसल अतिरिक्त टैक्स की वजह से पेट्रोल तथा डीजल की कीमतों में बेहताशा वृद्धि हो सकती है, डीजल पर 4 रुपये प्रति लीटर तथा पेट्रोल पर 2.5 रुपये प्रति लीटर कृषि सेस लगाने का फैसला लिया गया है।
सेस बढाने के साथ ही मोदी सरकार ने एक्साइज ड्यूटी को घटाने का भी फैसला लिया है, विशेषज्ञों के मुताबिक सेस लगने के बावजूद ग्राहकों पर कुछ खास असर नहीं पडेगा, जाहिर है कि अगर डीजल पर सेस देना होगा, तो किसानों को भी बड़ा नुकसान होगा, ऐसे में खेती के लिये इस सेस की प्रासंगिकता कम हो जाएगी।
बजट भाषण में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि पेट्रोल डीजल पर एग्रीकल्चर इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपमेंट सेस लगने का साथ ही बेसिक एक्साइज ड्यूटी और स्पेशल एडिशनल एक्साइज ड्यूटी को कम कर दिया गया है, इससे ग्राहकों पर अतिरिक्त बोझ नहीं पड़ेगा।
एग्रीकल्चर सेस
पेट्रोल डीजल के अलावा भी कुछ वस्तुओं पर एग्रीकल्चर सेस लगाया गया है, इसमें एल्कोहल (100 फीसदी), सोना और चांदी (बार पर 2.5 फीसदी), क्रूल पाम ऑयल (20 फीसदी), सोयाबीन, और सूर्यमुखी के तेल के साथ सेब और मटर भी शामिल है, ये सेस 2 फरवरी से लागू होगा।