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‘दर्जी चाचा’ मोहम्मद सोनू और ‘अम्मा’ उमा ने 3 बच्चों को किया टॉर्चर, उनकी माँ और ट्यूटर को मार डाला

गाजियाबाद/लखनऊ। गाजियाबाद में 29 साल की महिला और 16 साल की किशोरी की हत्या तथा तीन बच्चों को प्रताड़ित करने के मामले में पुलिस ने मोहम्मद सोनू और उमा सिंह को गिरफ्तार किया है। गाजियाबाद में सरस्वती विहार इलाके में शनिवार (फरवरी 6, 2021) रात यह घटना अंजाम दी गई थी।

रिपोर्ट के अनुसार, पीड़ितों की पहचान डॉली ठाकुर (32) और अंशु कुमारी (16) के रूप में की गई है। सरस्वती विहार की रहने वाली डॉली अपने तीन बच्चों के साथ अपने घर पर थी। कक्षा 9 की छात्रा और प्राइवेट ट्यूटर अंशु कुमारी घटना के समय उनके तीन बच्चों को पढ़ा रही थी। आरोपित उमा, जो कि डॉली की दूर की रिश्तेदार है ने अपने प्रेमी मोहम्मद सोनू के साथ मिलकर पीड़िता को लूटने की योजना बनाई थी।

दोनों शनिवार रात 8:30 बजे डॉली के घर पहुँचे और पीड़िता को बातों में उलझा दिया। चाय पीने के बाद उन्होंने अंदर से दरवाजा बंद कर दिया और बंदूक की नोक पर डॉली को जबरदस्ती उठा लिया। इसके बाद सोनू ने .32 कैलिबर पिस्टल का इस्तेमाल कर डॉली के पेट में और किशोरी अंशु के सिर में गोली मारी। इसके बाद आरोपित ने 5 वर्षीय रुद्र और उसकी बहनों, गौरी और मीनाक्षी को मारने की कोशिश की। लेकिन, मोहम्मद सोनू की बंदूक जाम हो गई और उसने तीनों बच्चों को क्रूर यातना दिया।

आरोपित के खिलाफ मामला दर्ज, एक पीड़िता की हालत गंभीर

अपराधी ने एक पेचकस, पीसने वाला पत्थर और चाकू से बच्चों को घातक चोटें पहुँचाई। इसके बाद उन लोगों को घायल अवस्था में छोड़ कर उमा और सोनू वहाँ से भाग गए। रात के लगभग 9:30 बजे डॉली के पति महेश ठाकुर और उनके ससुर घर लौटे तो उन्होंने डॉली को मृत और तीनों बच्चों को घायल अवस्था में देखा। उन्होंने मसूरी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की।

आरोपितों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302, 307, 380, 394 और 411के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया और शस्त्र अधिनियम की प्रासंगिक धाराएँ लगाई गई। बच्चों को चिकित्सा के लिए नेहरू नगर के यशोदा अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि 9 साल की मीनाक्षी की हालत गंभीर है, जबकि रुद्र और गौरी की हालत स्थिर है।

आरोपित उमा को उसके आवास से गिरफ्तार किया

एसपी (ग्रामीण) इराज राजा ने बताया, “सबसे महत्वपूर्ण सुराग दो लड़कियों में से एक ने दिया था, जिन्होंने बताया कि ‘अम्मा’ (उमा सिंह का जिक्र करते हुए) घर आए थे। बच्चे संदिग्ध महिला को इसी नाम से बुलाते थे। उन्होंने मोहम्मद सोनू को भी ‘दर्जी चाचा’ कहा।”

इस बीच, पुलिस ने लाल क्वार्टर इलाके में उमा के घर पर छापा मारा जहाँ उसने अपना अपराध कबूल किया। उसने एक वीडियो बयान में कहा, “डॉली मेरी सास की पोती थी और उसके बच्चे मुझे ‘अम्मा’ कहते थे। हम लंबे समय से डकैती की योजना बना रहे थे। शनिवार की रात हम डॉली के घर गए और वहाँ चाय भी पी। बाद में सोनू ने उन्हें एक कमरे में बंद कर दिया और पहले किशोर लड़की और फिर डॉली की गोली मारकर हत्या कर दी। फिर, उसने चाकू और रसोई से पीसने वाला पत्थर लेकर बच्चों को मारा।”

एक मुठभेड़ के बाद पुलिस ने मोहम्मद सोनू को पकड़ लिया

उमा के विपरीत, मोहम्मद सोनू गाजियाबाद से भागने की योजना बना रहा था। उसे दबोचने के लिए कुल पाँच पुलिस दल तैनात थे। रविवार (फरवरी 7, 2021) को, जब उसे डासना के पास पुलिस ने देखा, तो आरोपित ने गोलीबारी की। पुलिस द्वारा जवाबी कार्रवाई के बाद सोनू जख्मी हो गया और उसे पकड़ लिया गया। पुलिस ने उसके पास से नकदी, गहने और एक पिस्तौल बरामद की।

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