बदायूँ/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बदायूँ जिले में एक मंदिर के पुजारी की धारदार हथियार से गोदकर हत्या कर दी गई। वारदात इस्लामनगर थाना क्षेत्र की है। ‘सखी बाबा’ के नाम से मशहूर पुजारी जय सिंह यादव पिछले 45 वर्षो से मंदिर में सेवारत थे और साड़ी और चूड़ियाँ पहनकर ‘देवी काली’ की तरह वेशभूषा में रहते थे।
सूचना पाकर पहुँची पुलिस मौका-ए-वारदात की गहनता से पड़ताल कर रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपित रामवीर यादव, फरार है और उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की तीन टीमें तैनात की गई हैं। वह उसी इलाके का रहने वाला है। पुलिस ने कहा, “किस इरादे से हत्या की गई है यह अभी भी अस्पष्ट है।”
इस्लामनगर थाना क्षेत्र के मोहजुद्दीनगर ढकनगला गाँव स्थित मंदिर में शनिवार (फरवरी 06, 2021) सुबह लोग पूजा-पाठ के लिए पहुँचे तो 75 साल के जय सिंह का खून से लथपथ शव मिला। इस घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
सखी बाबा मंदिर परिसर में ही झोपड़ी बनाकर रहते थे। खबरों के मुताबिक, शनिवार को रामवीर यादव मंदिर में सखी बाबा से मिलने आया था। इस दौरान दोनों के बीच गरमागरम बहस हुई। तभी यादव ने अचानक से चाकू निकाला और सखी बाबा की हत्या कर दी। इसके बाद वो वहाँ से भाग गया। ग्रामीणों ने आरोपित को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह उनसे बच कर भाग निकला।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने कहा, “पुरानी रंजिश के चलते रामवीर यादव ने चाकू घोंपकर सखी बाबा की हत्या कर दी है। रामवीर यहीं का रहने वाला है। हमने उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज किया है और उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हत्या के पीछे का कारण अभी भी स्पष्ट नहीं है। हमने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और उनके रिश्तेदारों को सूचित कर दिया है।”
लखनऊ में पुजारी की निर्मम हत्या
गौरतलब है कि पिछले दिनों उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बाहरी इलाके में शिवपुर गाँव में एक शिव मंदिर के 85 वर्षीय पुजारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। पुजारी फकीरे दास का खून से लथपथ शव बुधवार (जनवरी 20, 2021) को मंदिर परिसर में उनकी झोपड़ी के अंदर मिला था। पुलिस के अनुसार पुजारी के सिर पर चोट के निशान थे। एसपी ने कहा था, “चोरी के कोई निशान नहीं हैं। मंदिर की दान पेटी में रखी नकदी भी चोरी नहीं हुई है।” पुजारी मूल रूप से सुल्तानपुर जिले के रहने वाले थे।