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रिंकू शर्मा के परिवार को जिंदा जलाने की थी साजिश, अस्पताल ले जाते वक्त भी रास्ता रोककर किया था हमला: रिपोर्ट्स

नई दिल्ली। दिल्ली के मंगोलपुरी में 10 फरवरी 2021 की रात बजरंग दल के कार्यकर्ता रिंकू शर्मा पर घर में घुसकर हमला किया गया था। अगले दिन उनकी मौत हो गई थी। मीडिया रिपोर्टों के हवाले से इस मामले में चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है। इनके मुताबिक हमलावरों के निशाने पर रिंकू शर्मा का पूरा परिवार था। इतना ही नहीं सबूतों को मिटाने के इरादे से रिंकू को अस्पताल ले जाते वक्त रास्ता रोका गया था और अस्पताल में भी हमला हुआ था।

दैनिक जागरण के संजय सलिल की रिपोर्ट के अनुसार हमलावर रिंकू शर्मा को परिवार सहित जिंदा जलाने की फिराक में थे। रिंकू शर्मा की माँ राधा ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने किचन से गैस सिलिंडर निकाल लिया था और उसमें आग लगाने की कोशिश की थी, ताकि पूरे घर को जलाया जा सके और आग में झुलस कर पूरे परिवार की मौत हो जाए।

खबर के अनुसार, हमलावरों ने घर में घुस कर मृतक के ऊपर लाठी-डंडों से वार करना शुरू कर दिया। वो गैस सिलिंडर में आग लगाने ही जा रहे थे, तभी रिंकू की माँ ने अपने बेटों के साथ मिल कर किसी तरह आरोपितों से सिलिंडर छीन लिया। रिंकू के भाई मन्नू ने भी बताया है कि आरोपितों ने उनके घर पर पूरे परिवार को मार डालने के इरादे और साजिश के साथ ही धावा बोला था।

हमलावर चाहते थे कि उनकी करतूतों का कोई सबूत या गवाह नहीं बचे। मन्नू ने बताया कि हमलावर रिंकू की पीठ में चाकू घोंप कर वहाँ से भाग गए थे। लेकिन जब उसे अस्पताल ले जाया जा रहा था तो दोबारा से लौट कर उन्होंने रास्ता रोका और लाठी-डंडे से वार किया।


‘दैनिक जागरण’ के स्थानीय संस्करण में प्रकाशित खबर (साभार)

मन्नू ने बताया कि हर मंगलवार हनुमान चालीसा पढ़ने और राम मंदिर के लिए चंदा इकट्ठा करने के कारण उन्होंने ये साजिश की। उन्होंने बताया कि हमलावर पाँचों भाई और उनकी बीवियों के साथ-साथ उनके परिवार वाले भी साथ में थे। उनकी संख्या 30-40 थी। माँ ने बताया कि अधिकतर पड़ोसी छत से देख रहे थे।

मन्नू ने बताया कि आरोपित ताजुद्दीन ने माँ का गला दबाने की कोशिश की और जाहिद ने रिंकू के पीठ में धँसे चाकू को घूमा कर और गहरा धँसा दिया। पुलिस ने 5 लोगों की गिरफ़्तारी की बात कही है। माँ का रो-रो कर बुरा हाल था, जिस कारण उनके गले से आवाज़ भी नहीं निकल रही थी। परिजनों ने बताया कि हमलावर गाली भी बक रहे थे। उन्हें पहले भी सूचना मिली थी कि हत्या की साजिश रची जा रही थी।

वे पीठ में धँसे चाकू को अपने साथ लेकर जाना चाहते थे, ताकि यहाँ कोई सबूत न रह जाए। साथ ही वो रिंकू शर्मा को अस्पताल भी नहीं पहुँचने देना चाहते थे। ICU की तरफ ले जाए जा रहे रिंकू शर्मा की पीठ में धँसे चाकू को निकाल कर ले जाने की कोशिश हुई। एक हमलावर ने चाकू पकड़ कर जोर से हिला दिया, जिससे वो रिंकू शर्मा के पीठ में और गहरा धँस गया।

आज तक की रिपोर्ट में आकाश नामक चश्मदीद के हवाले से कहा गया है, “जब जाकर देखा तो रिंकू के घर पर अटैक हुआ था। लोग डंडे मार रहे थे। भीड़ बहुत थी। उसकी फैमिली को बचा रहे थे। तभी शोर मचा कि रिंकू को चाकू लग गया है। फिर सब संजय गांधी अस्पताल आए। अस्पताल में जाहिद के मामा तवजुद्दीन ने मेरे साथ बदसलूकी की।”

दिल्ली पुलिस ने कहा है कि रिंकू शर्मा हत्याकांड की जाँच क्राइम ब्रांच को सौंपी गई है। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि मामले में हर एंगल से जाँच की जा रही है। पुलिस ने कहा था कि वह पीड़ित परिवार से लगातार संपर्क बनाए हुए है और उनसे जो भी सूचना मिल रही है, उस पर काम किया जा रहा है। शुरुआत में पुलिस ने कम्युनल एंगल से इनकार किया था।

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