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‘अखंड भारत बनाने के लिए PM मोदी नहीं कटा रहे दाढ़ी-बाल’: ज्योतिषी के दावे से उड़े पाकिस्तानियों के होश

इस्लामाबाद। सोशल मीडिया पर मोदी को लेकर पाकिस्तान का एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में एक पाकिस्तानी ज्योतिषी को भारत के प्रधानमंत्री के बारे अजीबोगरीब दावे और निष्कर्ष निकालते हुए देखा जा सकता है। बता दें, यह शो पिछले साल 31 दिसंबर को नियो टीवी नेटवर्क पर प्रसारित किया गया था, हालाँकि यह अब वायरल हो गया है।

ज्योतिषी ने दावा किया, “नवंबर 2019 के बाद से मोदी का बुरा समय चल रहा है। नरेंद्र मोदी के मुख्य ज्योतिषियों में से एक संस्थापक (भाजपा के) है उनका नाम मुरली मनोहर जोशी है। जो ज्योतिषी का इनका पूरा मंडप चलाता है।” जानकारी के लिए बता दें जोशी फिजिक्स के प्रोफेसर थे, कोई ज्योतिषी नहीं थे। हालाँकि, वह व्यक्ति यहीं नहीं रुका। उसने पीएम मोदी के बारे में अपनी मनगढंत कहानी को चालू रखा।

उसने आगे कहा, “भारतीय प्रधानमंत्री जानबूझकर अपनी दाढ़ी नहीं कटा रहे है, न बाल काट रहे है और वह ‘अखंड भारत’ के सपने को हासिल करने के लिए सक्रिय रूप से ‘हवन’ कर रहे है। साथ ही मोदी के गुरु ने बताया है कि वह 1 नंबर के  नेता हैं और कल्कि के अवतार हैं।” भारत की योजनाओं से परेशान, ज्योतिषी ने आशा व्यक्त की कि पीएम मोदी अखंड भारत ’बनाने की अपनी योजनाओं में सफल न हो।

वहीं पाकिस्तानी कमेंटेटर और पत्रकार नायला इनायत द्वारा साझा किए गए एक अन्य वीडियो में यह कहते हुए सुना जा सकता है, ”आपने देखा होगा कि पीएम मोदी ने अपनी दाढ़ी और मूंछें बढ़ाई हैं। इसका उद्देश्य मराठा नायक (छत्रपति शिवाजी महाराज) से मिलता जुलता है। यह वही शासक है जिसने औरंगजेब के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। मोदी उनकी नकल करने की कोशिश कर रहे हैं। वह अपनी छवि बनाने के लिए कोई न कोई हिमाकत कर सकता है और ये लगातार जारी रखने की प्रक्रिया है।”

गौरतलब है कि अगर हम इस मामले में भारत की बात करे तो वरिष्ठ कॉन्ग्रेस नेता शशि थरूर और पत्रकार बरखा दत्त ने भी पिछले साल अगस्त में प्रधानमंत्री मोदी के बढ़ते दाढ़ी के बारे में लंबी चर्चा की थी।

शशि थरूर ने कहा कि दिन पर दिन पीएम मोदी की दाढ़ी-मूँछ बढ़ती ही जा रही है, वो ऐसा कर के दिखाना चाहते हैं कि वो नए भारत के ‘ऋषिराज’ हैं। पीएम एक राजर्षि की भूमिका में खुद को प्रदर्शित करना चाहते हैं, जो भगवा वस्त्र पहने हुए हैं। इसके बाद बरखा दत्त ने भी इसे ‘मॉडर्न पॉलिटिक्स’ बताया।

उन्होंने कहा कि आप क्या दिखाना चाहते हैं, क्या सन्देश देना चाहते हैं और कैसी छवि प्रदर्शित करना चाहते हैं- ये सब आजकल की आधुनिक राजनीति का अंग बन गए हैं। इसके बाद शशि थरूर को इस बात से समस्या हो गई कि पीएम मोदी संप्रदाय विशेष की टोपी क्यों नहीं पहनते? उन्होंने दावा किया कि वो हर धार्मिक आयोजन में उनके प्रतीक चिह्नों को अपनाते हैं लेकिन इस्लामी चिन्हों से दूर भागते हैं।

शशि थरूर ने कहा कि ‘ऋषिराज’ वाली छवि दिखाने के पीछे कारण ये है कि वो खुद को एक पवित्र व्यक्ति के रूप में दिखा सकें, जो एक राजा भी है। बकौल थरूर, पीएम मोदी चाहते हैं कि लोग उन्हें एक ऐसे ऋषि के रूप में जानें, जो एक योद्धा भी है। बरखा दत्त ने भी शशि थरूर की बातों का समर्थन किया।

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