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कानपुर में भर्ती किशोरी के भाई ने दिया बयान, घटना को लेकर बताई यह अहम बात

उन्नाव/लखनऊ। असोहा क्षेत्र के एक गांव में दो किशोरियों की मौत व एक के गंभीर हालत में मिलने के बाद दूसरे दिन सुबह से गांव में अफरा-तफरी का माहौल है तो घटना को लेकर राजनीतिक गतिविधियां भी तेज हो गई हैं। विपक्षी दलों के नेताओं के धरने पर बैठने के बाद पुलिस-प्रशासन सतर्क हो गया है। पोस्टमार्टम के बाद किशोरियों के शवों को गांव लाने से पहले चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और हर एक गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। वहीं गांव में राजनीतिक दलों की गतिविधियों की जानकारी के लिए खुफिया भी अलर्ट मोड पर आ गई है। कुछ देर में भाजपा विधायकों व नेताओं के गांव आने की चर्चा तेज हो गई है।

असोहा थानाक्षेत्र के एक गांव में बुधवार देर शाम एक ही परिवार की तीन किशोरियों के अचेत अवस्था में मिलने के बाद दो की मौत होने की घटना से पुलिस प्रशासन में खलबली मच गई है। अभी तक दोनों किशोरी की मौत के रहस्य से पर्दा नहीं उठ सका है, वहीं हत्या को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई हैं। शासन से निर्देश के बाद रात में ही आईजी, एडीजी ने गांव का दौरा करके एसपी को जल्द-जल्द से घटना के तह तक पहुंचने के आदेश दिए हैं। एसपी ने क्राइम ब्रांच और एसओजी को लगाने के साथ ही छह पुलिस टीमें गठित की हैं।

पुलिस ने मृतक किशोरियों को पूछताछ के लिए बुलाया तो सपा और बसपा के नेताओं ने पीड़ित परिवार के घर पर धरना शुरू कर दिया है। इसके बाद तनाव की आशंका के चलते पुलिस प्रशासन सतर्क हो गया हैं। पोस्टमार्टम के बाद किशोरियों के शवों को गांव लाने से पहले गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। रात में घटना के बाद छह थानों का फोर्स तैनात था, सुबह अफसरों ने तीन थानों का फोर्स और बुला लिया है। तीन सर्किल सीओ भी गांव में मौजूद रहकर पल पल की जानकारी आला अफसरों को दे रहे हैं। इसके साथ ही गांव में फायर ब्रिगेड को भी मुस्तैद कर दिया गया है। गांव में भाजपा विधायकों के पहुंचने की सूचना पर पुलिस अलर्ट है। पुलिस प्रशासन का जोर अब दोनों मृतक किशोरियों के शवों का शांतिपूर्ण ढंग से अंतिम संस्कार कराने पर है।

गंभीर किशोरी के भाई ने बताई ये बात

कानपुर के अस्पताल में भर्ती गंभीर किशोरी के भाई ने बातचीत में बताया कि गांव में जिस वक्त यह घटना हुई वह बाजार गया था। गांव के परिचितों से मामले की जानकारी होने पर वह घटनास्थल लाही वाले खेत के लिए चल पड़ा। जहां रास्ते में उसे पुलिस ग्रामीणों के साथ तीनों बच्चियों को लेकर आती मिली थी। आखिर बच्चियों के साथ क्या हुआ कोई नहीं जानता। उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है। घटना के पीछे क्या कारण हो सकता है इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है।

किशोरी की मां ने बताई यह बात 

जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही किशोरी की मां ने बताया है कि तीनों बालिकाएं रोज चारा लेने जाती थीं और जल्द ही घर लौट आती थीं। बुधवार को शाम होने लगी तब उनकी चिंता बढ़ गई। घंटों खाेजबीन के बाद उनके दुपट्टा ओढ़े उनको उन्हें उनकी बेटी मिली जिसकी सांसे कुछ कुछ चल रही थीं।

पूछताछ में ये बातें भी आईं सामने

किशोरी को लेकर पुलिस के साथ अस्पताल आए करीबी रिश्तेदार ने बताया कि अचेत अवस्था में मिली किशोरी के बाएं पैर की उंगलियों में चोट होने से सूजन मिली है। जबकि गंगाघाट कोतवाली प्रभारी अरविंद सिंह का कहना था कि किशोरी के शरीर पर कोई भी जाहिरा चोट और हाथ पैर बांधने के निशान नहीं मिले हैं। जहरीला पदार्थ खाने की आशंका है। ऐसा तीनों ने क्यों किया यह अभी पहेली बना है। घटनास्थल पर कोई रिश्तेदार युवक सबसे पहले मौके पर पहुंचा था। जो घटना के बाद से गायब है। किशोरी के होश में आने और बुआ भतीजी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मामले की तस्वीर साफ हो सकेगी।

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