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लखनऊ कैब-गर्ल पिटाई मामले में अब फंस गई पुलिस, हो गया बड़ा एक्‍शन

लखनऊ। लखनऊ के अवध चौक पर सोमवार देर शाम हुए ड्रामे में अब पुलिस वाले भी नप गए हैं । कैब ड्राइवर की पिटाई के मामले में थाना इंचार्ज समेत उप निरीक्षक और चौकी इंचार्ज पर कारर्वाई की गई है, इन तीनों को लाइन हाजिर कर दिया गया। इसके साथ ही मामले की जांच अब एडीसीपी सेंट्रल जोन चिरंजीवी नाथ सिन्हा करेंगे । मामले में आरोपी लड़की और ड्राइवर के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी है । ड्राइवर ने पुलिस पर घूस लेने के आरोप लगाए थे ।

10 हजार की रिश्‍वत
अवध चौक ट्रैफिक रेड लाइट पर लड़की की कैब ड्राईवर को थप्‍पउ़ मारने की इस घटना में कृष्णानगर थाना इंचार्ज महेश दुबे, उप निरीक्षक मन्नान और चौकी इंचार्ज भोला खेडा हरेंद्र सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया है । थाना इंचार्ज पर आरोप है कि उसने उच्च अधिकारियों को मिसगाइड किया । जबकि चौकी इंचार्ज पर कैब ड्राइवर ने 10 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था।

पुलिस में भी था विवाद
इस मामले में चौकी इंचार्ज और थाना इंचार्ज भी एकमत नहीं थे, दोनों एक-दूसरे पर जानकारी न देने का आरोप लगा रहे थे । मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक थाना प्रभारी इंस्पेक्टर महेश दुबे ने कहा था कि उनकी गैर मौजूदगी में भोलाखेड़ा के चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने कैब ड्राइवर से गाड़ी छोड़ने की एवज में रिश्वत ली । वहीं, चौकी इंचार्ज ने इंस्पेक्टर पर ही आरोप लगा दिये । चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने कहा कि खुद को बचाने के लिए मुझे झूठा फंसा रहे हैं ।

लड़की की सफाई
वहीं कैब ड्राइवर पर सरेआम थप्‍पड़ बरसाने वाली आरोपी लड़की ने बुधवार को अपनी सफाई में कहा कि उसने अपनी सुरक्षा में युवक को पीटा था । लड़की ने ये भी कहा कि उसे हार्ट की प्रॉब्लम है, किडनी की भी प्रॉब्लम है, ब्रेन की भी प्रॉब्लम है ।
ड्राइवर के आरोप
इससे पहले कैब ड्राइवर ने आरोप लगाया था कि थप्पड़ मारने वाली लड़की पुलिस की मुखबिर है । कैब ड्राइवर की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर में कहा गया कि लड़की के मुखबिर होने की बात खुद कृष्णा नगर थाने की पुलिस ने बताई थी । कैब ड्राइवर ने पुलिस पर रिश्‍वत लेने का आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिस ने उसे 10 हजार रुपये की रिश्वत लेकर उसे और उसकी गाड़ी को छोड़ा था।

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