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नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता, रचा इतिहास: मेडल टैली में भारत ने तोड़े पिछले सारे रिकॉर्ड

नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीता। इस जीत के साथ ही उन्होंने इतिहास रच दिया। जैवलिन थ्रो (भाला फेंक) में इससे पहले किसी भारतीय खिलाड़ी को ओलंपिक का मेडल नहीं मिला था। नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल की जीत के साथ ही भारत ने टोक्यो ओलंपिक में अपने मेडल टैली में पहली गोल्ड हासिल कर ली है।

23 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने क्वालिफिकेशन राउंड में पहले ही प्रयास में 86.65 मीटर दूर भाला फेंककर फाइनल में प्रवेश कर लिया था। इस दौरान नीरज अपने ग्रुप में टॉप पर रहे थे। इससे पहले 2016 में पोलैंड में हुए आईएएएफ U-20 विश्व चैम्पियनशिप में नीरज ने 86.48 मीटर के जूनियर रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता था, जिसके बाद उन्हें आर्मी में जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के तौर पर नियुक्ति मिली थी।

24 दिसंबर 1997 को हरियाणा के खांद्रा गाँव में जन्मे नीरज चोपड़ा एक किसान परिवार से आते हैं। बचपन में मोटापे के शिकार हुए नीरज को उनके घर वालों ने वजन कम करने के उद्देश्य से खेल खेलने के लिए भेजा था। शुरुआत में क्रिकेट खेलने वाले नीरज ने कई खिलाडियों को भाला फेंकते हुए देखा, तभी उनके मन में इस खेल के प्रति रूचि पैदा हुई और आज वो इस खेल में ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व कर लिए।

टोक्यो ओलंपिक में भारत अब तक 6 मेडल जीत चुका है। मीराबाई चानू ने वेटलिफ्टिंग में सिल्वर, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में ब्रॉन्ज और लवलिना बोरगोहेन ने बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीता है। इसके अलावा गुरुवार (05 अगस्त 2021) को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने ब्रॉन्ज और कुश्ती में रवि दहिया ने सिल्वर मेडल जीता। बजरंग पूनिया ने नीरज चोपड़ा के मैच से कुछ ही मिनट पहले ब्रॉन्ज मेडल जीत कर देश के नाम छठा मेडल किया था।

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