लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले चुनाव के लिए सभी पार्टियों की तैयारियां जोरों-शोरों से चल रही हैं। बहुजन समाज पार्टी ने भी आने वाले चुनाव के लिए अपने कैडर को मेहनत में जुट जाने के आदेश दे दी दिए हैं। पार्टी की तरफ से ब्राह्मणों को लुभान के लिए विभिन्न शहरों में ब्राह्मण सम्मेलन चल रहे हैं। अब बसपा प्रमुख मायावती अगले महीने की 7 तारीख को लखनऊ में ब्राह्मण सम्मेलन के ज़रिए 2022 विधान सभा चुनाव के अभियान की आधिकारिक शुरू करेगी। इस ब्राह्मण सम्मेलन से पहले बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ब्राह्मणों को जोड़ने के लिए 4 सितम्बर तक 74 ज़िलों ब्राह्मण सम्मेलन कर चुके होंगे। सात सितंबर को लखनऊ में बड़ा ब्राह्मण सम्मेलन होगा जिसमें लखनऊ के अलावा पूरे यूपी के ब्राह्मण शामिल होंगे।
बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि वह अभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं और पार्टी को किसी उत्तराधिकारी की कोई जरूरत नही हैं और भविष्य में पार्टी के लिए कड़ी मेहनत करने वाले दलित नेता को ही उनका उत्तराधिकारी बनाया जाएगा।
मायवती ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ‘‘मेरा स्वास्थ्य अभी ठीक है, मुझे अभी किसी को भी अपना उत्तराधिकारी बनाने की जरूरत नही हैं। लेकिन जब मेरा स्वास्थ्य ठीक नही रहेगा तब मैं जरूर अपना उत्तराधिकारी घोषित करूंगी। मैं अभी फिट हूं और अनफिट होने में मुझे काफी वर्ष लगेंगे। पिछले दो वर्ष से कोरोना चल रहा हैं लेकिन कुदरत का शुक्र है कि मुझे कोरोना जैसी बीमारी भी नही हुई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन जब मैं अपना उत्तराधिकारी घोषित करूंगी तो वह केवल दलित वर्ग से ही होगा, जिन्होंने हर मुश्किल की घड़ी में मेरा और पार्टी का पूरी इमानदारी व पूरे तन मन धन से साथ दिया है। पार्टी में बड़े उतार चढाव आये लेकिन जो दलित वर्ग के लोग हैं वह टस से मस नही हुये।’’