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राना अय्यूब के भाई आरिफ के विवादित ट्वीट को लेकर एली इंडिया ने उनसे दूरी बनाई: हूती चरमपंथियों पर सऊदी के हमले पर भारत को भी कोसा था

राना अय्यूब के भाई आरिफ अय्यूब द्वारा सऊदी सरकार के खिलाफ किए गए ट्वीट के बाद एली इंडिया (Elle India) ने उनसे दूरी बना ली है। 25 जनवरी (मंगलवार) को किए गए एक ट्वीट में एली इंडिया ने बताया, “ओगान मीडिया (Ogaan Media) यह सूचित करना चाहता है कि मिस्टर आरिफ़ अय्यूब एली इंडिया के कर्मचारी नहीं हैं। उनका इस्तीफा अगस्त 2019 में ही हो चुका है। वह अब कम्पनी के साथ किसी भी रूप में नहीं जुड़े हैं।”

इसी के साथ एली इंडिया ने कहा कि अय्यूब द्वारा किए गए ट्वीट उनके व्यक्तिगत विचार हैं। एली का उससे कोई वास्ता नहीं है।

खबरों के मुताबिक, मंगलवार (25 जनवरी) को एली इंडिया के पूर्व प्रकाशक और विवादित पत्रकार राना अय्यूब के भाई आरिफ़ अय्यूब ने सऊदी अरब और वहाँ के शाही परिवार के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी की थी। उन्होंने सऊदी सरकार द्वारा यमन में इस्लामिक चरमपंथी संगठन हूती पर की जा रही कार्रवाई पर खूब जहर उगला था। सऊदी सरकार ने यह कार्रवाई संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हूती द्वारा किए गए ड्रोन हमले के बाद की।

अपने ट्वीट में आरिफ ने कहा था कि सऊदी अरब, इजराइल और भारत में अलग सोच रखने वाले लोगों को जेलों में डाला जा रहा है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “असहमति रखने वाले लोग सऊदी अरब की जेलों में बंद हैं। शरजील इमाम, उमर खालिद और तमाम राजनैतिक कार्यकर्ता भारत में जेल काट रहे हैं। हजारों फिलिस्तीनी इजरायल की जेलों में हैं। अमेरिका इन सभी का सबसे बड़ा सहयोगी है। यह अत्याचारियों का समर्थन करता है।” अय्यूब सऊदी अरब के खिलाफ अक्सर ट्वीट करते रहते हैं।

आरिफ अय्यूब की फेसबुक प्रोफ़ाइल के मुताबिक वह अभी भी एल्ले इंडिया का प्रकाशक

दूसरी तरफ, एली इंडिया ने आरिफ अय्यूब का संस्थान से 2 साल पहले ही इस्तीफा होना बताया है, लेकिन अय्यूब की फेसबुक प्रोफ़ाइल के मुताबिक वह अभी भी एली और एली डिकोर के प्रकाशक हैं।

आरिफ अय्यूब की फेसबुक प्रोफ़ाइल का स्क्रीनशॉट, साभार – फेसबुक

हालाँकि, आरिफ के लिंकडिन प्रोफाइल के मुताबिक वह 2019 में ही एली इंडिया छोड़ चुके हैं।

आरिफ अय्यूब के लिंकडिन प्रोफ़ाइल का स्क्रीनशॉट (साभार – LinkedIn)

आरिफ अय्यूब के साथ उनकी बहन राना अय्यूब ने भी सऊदी सरकार के खिलाफ खूब जहर उगला था। इसके बाद ट्विटर पर सऊदी अरब के लोगों ने भी राना अय्यूब को खूब धोया था। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उस नफरत के लिए दोषी ठहराया था, जो हूती का अप्रत्यक्ष रूप से समर्थन करने के कारण उन्हें मिल रही थी।

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