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दिल्ली पुलिस ने पकड़े 13 आतंकवादी, 2 को पाकिस्तान में मिली थी ट्रेनिंग: ‘सेफ सिटी प्रोजेक्ट’ के तहत CCTV बनेगा पहरेदार

दिल्ली पुलिस ने 24 फरवरी 2022 (गुरुवार) को अपनी सालाना प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने आतंकवाद, अपराध, हिंसा, साइबर क्राइम से जुड़े अपराधों पर की गई कार्रवाई की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस ने साल 2021 में 13 आतंकवादियों को पकड़ा। इनमें से दो को पाकिस्तान में आईएसआई ने ट्रेनिंग दी थी। इनके नाम ओसामा और ज़ीशान कमर हैं। इसके अलावा एक पाकिस्तानी मूल के आतंकवादी मोहम्मद अशरफ को भी गिरफ्तार किया गया है। वह भारत में अली अहमद नूर के नाम से रहकर स्लीपर सेल तैयार करने में जुटा था। दिल्ली पुलिस ने खालिस्तान कमांडो फ़ोर्स (KCF) और कुकी नेशनल फ्रंट (KNF) के आतंकियों को भी पकड़ा है।

अस्थाना ने साइबर क्राइम को नेशनल सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बताते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस की साइबर सेल को 1,15,2013 कॉल मिले। इनमें से 24,219 फाइनेंसियल फ्रॉड के थे। इन मामलों में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 4.31 करोड़ रुपए फ्रीज किए।

बच्चों की सुरक्षा से जुड़े अभियानों की जानकारी देते हुए दिल्ली पुलिस ने बताया, “दिल्ली पुलिस के विभिन्न थानों में कुल 187 केस दर्ज किए गए। ये सभी बाल अपराध से जुड़े हुए थे। इन सभी में प्रभावी पैरवी और कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई में कुल 127 आरोपितों की गिरफ्तारी की गई है। इसी के साथ ऑनलाइन अभियान चला कर इन अपराधों के प्रति लोगों को सजग किया गया।”

महिला अपराधों की रोकथाम के लिए पिंक बूथ

दिल्ली पुलिस के मुताबिक महिलाओं के प्रति अपराधों को रोकने के लिए पिंक बूथ की स्थापना की गई। इन बूथों में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। यहाँ से महिलाओं को एमरजेंसी नंबर 1090 के प्रति भी जागरूक किया जा रहा। अब तक कुल 48 पिंक बूथ स्थापित किए गए हैं। बाकी अन्य की स्थापना पर तेजी से काम चल रहा है। इन बूथों पर जाने वाली महिलाओं को पुलिस स्टेशनों में भागदौड़ करने की जरूरत नहीं है।

पूरी दिल्ली पर नजर रखने की तैयारी

इसी के साथ दिल्ली पुलिसकर्मियों के परिवारों के लिए चल रही योजनाओं, साइबर अपराध पर रोकथाम के आँकड़े, गुमशुदा बच्चों की खोजबीन, पुलिसकर्मियों के स्वास्थ्य की जाँच, क्षेत्रीय और संगठित अपराधों पर की गई कार्रवाई की जानकारी भी साझा की गई। पुलिस और पब्लिक के बीच संवाद और सुधारने की दिशा में भी जोर दिया गया।
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