अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति की ओर से दी गई चुनौती के बाद सुर्खियों में आए बागेश्वर धाम वाले धीरेंद्र शास्त्री ने कहा है कि हिंदू होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने सवाल उठाया कि मौलवियों और पादरियों पर कभी सवाल क्यों नहीं उठाए जाते हैं। इन दिनों छत्तीसगढ़ के रायपुर में दरबार लगा रहे धीरेंद्र शास्त्री विवादों पर सवाल उठाते हुए रो पड़े। आंखों में आंसू लिए शास्त्री ने कहा कि सिर्फ सनातनी होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
धीरेंद्र शास्त्री ने शुक्रवार को रायपुर में अपने भक्तों के सामने विवाद पर अपनी बात रखी। आंखों में आंसू लिए भावुक धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, ‘सनातन को कब तक टारगेट बनाओगे। कब तक हमारे जैसे भोले लोगों को परेशान करोगे? क्या बिगाड़ा हमने? सिर्फ यही बिगाड़ा कि हम सनातनी है। कभी तुमने मौलवियों को नहीं बोला। कभी तुमने पादरियों को नहीं बोला। हमारा एक ही गुनाह है कि हम सनातनी हिंदू हैं। इसलिए हमारी परीक्षा बार बार ली जाती है। कितनी बार लोगे? कितनी बार हमें एक्सपोज करोगे?’
गौरतलब है कि पिछले दिनों धीरेंद्र शास्त्री ने महाराष्ट्र के नागपुर में कथा का आयोजन किया था। यहां अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने उन्हें अपने दावों को साबित करने की चुनौती दी और कहा कि ऐसा करने पर 30 लाख रुपए का इनाम दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि महाराष्ट्र के अंधविश्वास विरोधी कानून के तहत कार्रवाई के डर से धीरेंद्र शास्त्री ने तय समय से दो दिन पहले ही कार्यक्रम खत्म कर दिया। हालांकि, धीरेंद्र शास्त्री ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने पहले ही अपने कार्यक्रमों में दो-दो दिन की कटौती की घोषणा कर दी थी।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में लाखों अनुयायी वाले धीरेंद्र शास्त्री ने अब चुनौती स्वीकार करते हुए अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के उपाध्यक्ष श्याम मानव को रायपुर आने को कहा है। धीरेंद्र शास्त्री के भक्तों में मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा समेत कई बड़े नाम हैं। नागपुर में मोदी सरकार के मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी आशीर्वाद लेते दिखे थे। महज 27 साल के धीरेंद्र शास्त्री के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं। अधिकतर वीडियो में वह अपने सभा में आए लोगों के मन की बात पढ़कर समस्या दूर करने के उपाय सुझाते दिखते हैं।
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