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क्यों ‘जल’ रहा है पाकिस्तान? कहीं इमरान खान की हत्या की साजिश तो नहीं! पढ़ें पूरी डिटेल्स

 पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) के समर्थकों की रात भर पुलिस से बार-बार झड़प हुई. क्योंकि वह अपनी गिरफ्तारी को धता बताते हुए बुधवार तड़के अपने लाहौर स्थित आवास में छिपे रहे. इमरान खान को पिछले साल एक अविश्वास मत से पद से हटा दिया गया था. इसके बाद वह कानूनी मामलों की एक श्रृंखला में फंसे हुए हैं. वह लगातार चुनाव और अपने पद पर वापसी के लिए प्रचार कर रहे हैं.

पुलिस रात भर इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) पार्टी के समर्थकों के साथ उनके जमान पार्क आवास के पास संघर्ष करती दिखी. गुस्साई भीड़ पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे. वहीं भीड़ की तरफ से भी पत्थरों की बारिश पुलिस पर की गई. इमरान खान ने सुबह होने से कुछ देर पहले एक वीडियो जारी किया. जिसमें वह आंसू गैस के कनस्तरों से सजाए गए डेस्क पर पाकिस्तान और पीटीआई के झंडे के सामने बैठे हुए हैं.

इमरान खान ने कहा, ‘मैं आज पूरे देश को बता रहा हूं कि वे एक बार फिर तैयार हैं, वे फिर से आने वाले हैं. वे हमारे लोगों पर गैस के गोले छोड़ेंगे और इस तरह के अन्य काम करेंगे, लेकिन आपको पता होना चाहिए कि उनके पास ऐसा करने का कोई औचित्य नहीं है.’

क्यों मचा है बवाल
हाल के सप्ताहों में यह दूसरा मौका है जब पुलिस को राजधानी इस्लामाबाद से पूर्वी शहर लाहौर में खान के घर पर गिरफ्तारी वारंट तामील करने के लिए भेजा गया है. क्योंकि वह सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए भ्रष्टाचार के एक मामले से जुड़ी कई अदालती तारीखों से चूक गए थे. इस्लामाबाद पुलिस के उप महानिरीक्षक सैयद शहजाद नदीम बुखारी ने मंगलवार को इमरान खान के आवास के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘हम यहां मूल रूप से वारंट को निष्पादित करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए हैं.’

PTI के लाल और हरे झंडे में लिपटे इमरान खान के सैकड़ों समर्थकों से अधिकारियों का सामना हुआ. कुछ तो पुलिस पर लाठी और पत्थर फेंक रहे थे. पुलिस ने भीड़ पर पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़े क्योंकि वे 70 वर्षीय विपक्षी नेता के लिए गिरफ्तारी वारंट के साथ पोस्टर लगाए हुए खान के घर का रास्ता साफ करने का प्रयास कर रहे थे. PTI के उप नेता शाह महमूद कुरैशी ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा, ‘हम शांतिपूर्ण  तरीके से रहना चाहते हैं.’

इमरान के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला क्या है?
खान को आरोपों का जवाब देने के लिए अदालत में बुलाया गया है कि उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपने समय के दौरान प्राप्त उपहारों या उन्हें बेचने से प्राप्त लाभ की घोषणा नहीं की. PTI प्रमुख तोशाखाना नामक सरकारी डिपॉजिटरी से रियायती मूल्य पर प्रधानमंत्री के रूप में प्राप्त एक महंगी ग्रैफ कलाई घड़ी सहित उपहार खरीदने और लाभ के लिए उन्हें बेचने के लिए निशाने पर रहे हैं.

अगस्त 2022 में तोशाखाना विवाद फिर से शुरू हो गया, जब पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार ने इमरान के खिलाफ मामला दायर किया. जिसमें आरोप लगाया गया कि वह तोशाखाना को दिए गए उपहारों के साथ-साथ कुछ उपहारों की ‘अवैध’ बिक्री से प्राप्त आय के बारे में जानकारी का खुलासा करने में विफल रहे.

क्या है तोशाखाना
मालूम हो कि तोशाखाना कैबिनेट डिवीजन के प्रशासनिक अधिकार क्षेत्र के तहत एक विभाग है जो सार्वजनिक प्राधिकरणों द्वारा प्राप्त किए गए उपहारों और अन्य महंगी वस्तुओं को संरक्षित करता है. यह साल 1974 में स्थापित किया गया था. इसके नियमों के अनुसार अधिकारियों के लिए कैबिनेट डिवीजन को प्राप्त उपहारों और ऐसी अन्य सामग्रियों की घोषणा करना अनिवार्य है. हालांकि, जब इमरान साल 2018 में सत्ता में आए, तो उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान प्राप्त कई उपहारों का विवरण प्रकट करने से इनकार कर दिया. यह दावा करते हुए कि ऐसा करने से अन्य देशों के साथ संबंध खतरे में पड़ जाएंगे.

इसके बाद पूर्व पाक प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) को एक पत्र जारी किया जिसमें कम से कम चार ऐसे उपहार बेचने की बात स्वीकार की गई थी. साथ ही उन्होंने यह भी दावा किया था कि उन्होंने इसे सरकार से उनके मूल्य के प्रतिशत के लिए खरीदा है. सऊदी क्राउन प्रिंस ने उन्हें ग्रेफ घड़ी, साथ ही रोलेक्स घड़ियां, उत्तम कफलिंक, एक दुर्लभ पेन और एक अंगूठी दी थी.

हत्या का डर
पूर्वी पंजाब प्रांत में एक विरोध रैली में बंदूक हमले में घायल होने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री ने नवंबर के बाद से अदालत के समक्ष उपस्थित होने से परहेज किया. उन्होंने दावा किया था कि वह अभियोग का सामना करने के लिए लाहौर से इस्लामाबाद यात्रा करने के लिए मेडिकल रूप से फिट नहीं थे. पिछले हफ्ते वह तीन अदालतों में पेश होने के लिए इस्लामाबाद गए. लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में अभियोग का सामना करने के लिए चौथी अदालत में पेश होने में विफल रहे. जो कि उनके मुकदमे को शुरू करने के लिए एक कानूनी प्रक्रिया है.

खान ने दावा किया है कि उनके खिलाफ कई मामले, जिनमें आतंकवाद के आरोप भी शामिल हैं वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज सरकार की सरकार द्वारा बदनाम करने की साजिश है. खान ने बार-बार दावा किया है कि ‘वे’ उन्हें अदालत में पेशी के दौरान रास्ते में मारना चाहते थे. उन्होंने आरोप लगाया, ‘उन्होंने अदालत में पेशी के दौरान मुझे मारने की एक और योजना बनाई है.’ इमरान खान ने पाकिस्तान की आतंकवाद विरोधी अदालत के जज, उनकी पत्नी और दो बच्चों की हत्या का भी जिक्र किया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के इस्लामाबाद के स्वाबी जिले में अज्ञात बंदूकधारियों ने उनके वाहन पर गोलियां चलाईं, जिससे परिवार की मौत हो गई.

खान ने अपनी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं की क्रूर यातना के लिए एक शीर्ष आईएसआई अधिकारी के संदर्भ में ‘डर्टी हैरी’ का भी नाम लिया है. उन्होंने कहा, ‘डर्टी हैरी एक मनोरोगी है. वह एक बीमार आदमी है. ऐसे लोगों से मेरी जान को खतरा है.’ रिपोर्टों के अनुसार, खान का ‘डर्टी हैरी’ संदर्भ आईएसआई के महानिदेशक नदीम अंजुम के लिए है.

गौरतलब है कि पाकिस्तान में राजनीतिक हिंसा का लंबा इतिहास रहा है. पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की दिसंबर 2007 में इस्लामाबाद के पास रावलपिंडी शहर में एक चुनावी रैली के बाद बंदूक और बम हमले में हत्या कर दी गई थी. खान के सामने नई चुनौती तब आई जब पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने तोशाखाना मामले में उन्हें पांच साल के लिए सार्वजनिक पद संभालने से रोक दिया. हालांकि, खान ने अपनी अयोग्यता को कानूनी चुनौती दी थी. मई में, उन्होंने दावा किया था कि उनका जीवन खतरे में था और उन्होंने एक वीडियो बनाया था जिसमें उन्होंने उन सभी का नाम लिया था जिन्होंने उनके खिलाफ साजिश रची थी.
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