Friday , May 17 2024

अतीक के करीबियों के घर और दफ्तर पर ED की रेड, 5 शहरों में चल रही कार्रवाई

लखनऊ। माफिया डॉन अतीक अहमद के करीबी बिल्डरों और रियल स्टेट कारोबारियों के ठिकानों पर ईडी द्वारा छापेमारी की जा रही है. बुधवार रात से प्रयागराज, लखनऊ, नोएडा समेत 5 शहरों में अतीक अहमद के करीबी कारोबारियों के घर और दफ्तरों रेड डाली गई है. टीम यहां पर बेनामी संपत्तियों के दस्तावेजों को खंगाल रही है.

वहीं, अप्रैल महीने में अतीक अहमद के वकील खान सौलत और अकाउंटेंट के घर पर प्रयागराज में हुई छापेमारी के दौरान ईडी को रियल स्टेट कारोबारियों से अतीक अहमद के लिंक होने के दस्तावेज मिले थे. प्रयागराज में बड़े पैमाने पर रियल स्टेट कारोबारियों के साथ-साथ कई अन्य सफेदपोश व्यवसायियों के धंधे में भी अतीक अहमद की काली कमाई निवेश के दस्तावेज टीम को मिले थे.

अतीक के कब्जे से छुड़ाई जमीन पर बने लोगों के आशियाने

माफिया अतीक अहमद ने प्रयागराज के लूकरगंज में काफी जमीन कब्जा कर ली थी. जब प्रशासन ने इसकी जांच की तो जमीन को मुक्त कराने की कार्रवाई की गई. सरकार के आदेश पर प्रशासने 1731 वर्ग मीटर जमीन अतीक के कब्जे से छुड़ाई थी. इस पर अब 76 फ्लैट तैयार हैं. सभी फ्लैट को भगवा रंग से पेंट किया गया है. इसकी लॉटरी शुक्रवार दोपहर 2 बजे स्टैनली रोड स्थित इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के ऑडिटोरियम में निकाली जाएगी, इसके बाद गरीबों का उनके घर का सपना पूरा होगा.

पीडीए की ओर से बनाए गए 76 फ्लैट्स के लिए 6,030 लोगों ने आवेदन किया था. वेरिफिकेशन के बाद 1,590 पात्र आवेदक मिले थे. इनका शुक्रवार को लाटरी के माध्यम से आवंटन कर दिया गया. इन फ्लैट्स के आवंटन के साथ ही सीएम योगी की घोषणा भी पूरी हुई. बता दें कि किसी माफिया के कब्जे से मुक्त कराई गई जमीन पर देश का यह पहला प्रोजेक्ट है. सीएम योगी ने अपने इस ड्रीम प्रोजेक्ट का शिलान्यास 26 दिसंबर 2021 को किया था.

बेहद कम समय में यह फ्लैट्स बनकर तैयार हुए हैं. लाभार्थियों को महज 3 लाख 50 हजार में 41 वर्ग मीटर में बना फ्लैट मिलेगा. जबकि एक फ्लैट की कीमत 6 लाख रुपये है. इन फ्लैट्स पर डेढ़ लाख रुपये केंद्र सरकार और एक लाख राज्य सरकार सब्सिडी दे रही है. फ्लैट में दो कमरे, किचन और टॉयलेट की सुविधा है. 76 फ्लैट्स के लिए 4 मंजिला दो टावर बनाए गए हैं. यह पूरी तरह से ग्रीन बिल्डिंग तैयार की गई है. आवंटियों को कॉमन हॉल और पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी.

साहसी पत्रकारिता को सपोर्ट करें,
आई वॉच इंडिया के संचालन में सहयोग करें। देश के बड़े मीडिया नेटवर्क को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर इन्हें ख़ूब फ़ंडिग मिलती है। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें।

About I watch