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ED के एक्शन से बौखलाया China, भारत के खिलाफ जमकर उगला जहर।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के खिलाफ चीनी मीडिया ग्लोबल टाइम्स ने जमकर ज़हर उगला है। ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में कहा है कि भारत सोच समझकर चीनी मोबाईल कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। इतना ही नहीं ग्लोबल टाइम्स ने भारत को अमेरिका का पिछलग्गू तक कह डाला,और इसी वजह से इंडिया चीन के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है।

चीनी सरकार का मुखपत्र यानी सरकारी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जमकर अपने संपादकीय में लिखा है। चीनी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला है। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि भारत अपनी अर्थव्यवस्था को चीन मुक्त बनाने के लिए अमेरिका के इशारे पर ऐसा कर रहा है। यानी ग्लोबल टाइम्स ने स्पष्ट लिखा है कि ऐसा करने के लिए भारत अमेरिका का पिछलग्गू बन गया है।

कार्रवाई से भारत का होगा नुकसान-ग्लोबल टाइम्स

ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि इस कार्रवाई से सिर्फ औऱ सिर्फ भारत का नुकसान होगा। अपनी संपादकीय में चीनी अखबार ने लिखा है कि हाल ही में भारत ने चीनी कंपनियों पर कार्रवाई तेज कर दी है। सबसे पहले भारत सरकार ने कहा है कि श्याओमी और ओप्पो जैसी कंपनियों में भारतीय नागरिकों को अपने भारतीय मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स में CEO,COO,CFO,CTO और अन्य प्रमुख पदों पर नियुक्त करे।

साथ ही ग्लोबल टाइम्स ने भारत को लेकर कहा है कि 2022 मे भारतीय वित्त मंत्रालय के अधीन आने वाले प्रवर्तन निदेशालय ने श्याओमी की भारतीय सहायक कंपनी को सीधे करीब 4.8 विलियन युआन ($725 मिलियन) का फाइन किया है। वहीं, साल 2020 में चीन के खिलाफ कार्रवाई करते हए भारत सरकार ने चीनी ऐप को प्रतिबंधित कर दिया।

विदेश मंत्री जयशंकर और वांग यी की मुलाकात

ग्लोबल टाइम्स ने भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर औऱ चीन के कम्यूनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता वांग यी से मुलाक़ात की। साथ ही उसने लिखा कि इस मुलाक़ात के दौरान चीनी नेता वांग यी ने एस जयशंकर से चीनी कंपनियों के लिए निष्पक्ष,पारदर्शी औऱ गैर भेदभावपूर्ण माहौल स्थापित करने के लिए आग्राह किया।

ग्लोबल टाइम्स ने भारत पर लगाया नियमों को तोड़ने का आरोप

चीनी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने अपने संपादकीय में लिखा कि भारत नियम के विरुद्ध चीनी उद्योग के खिलाफ कार्रवाई की है।जो चीन के आगे निकलने की संकीर्ण आर्थिक भावना को प्रदर्शित करता है। बड़बोले ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा है कि भारत का धंधा मेड इन चाइना के बिना आगे नहीं बढ़ सकता है।

चीनी कंपनियों के भारत के विकास में योगदान-ग्लोबल टाइम्स

ग्लोबल टाइम्स ने आगे लिखा कि दुनिया में स्मार्ट फोन उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाली चीनी कंपनियों ने हाल के वर्षों में भारत में निवेश किया,जिससे भारत को मैन्यूफैक्चरिंग के क्षेत्र में रोजगार को बढ़ावा मिला।साथ ही भारत के कार्यबल की गुणवत्ता में सुधार हुआ। साथ ही उन्होंने अपने संपादकीय में लिखा कि चीनी कंपनियां भारत में विदेशी निवेश को बढ़ावा दिया और चीनी कंपनियों के कारण ही भारत में डिजिटल क्रांति आई।

भारत के खिलाफ जमकर उगला जहर

इतना ही नहीं भारत डिजिटल आर्थिक विकास के क्षेत्र में चीन, अमेरिका, यूरोप और जापान जैसे देशों से बहुत पीछे रहने की अपनी मौजूदा स्थिति को नजरअंदाज करता है। भारत स्मार्ट फोन मैन्यूफैक्चरिंग में चीन की स्थिति को खत्म करना चाहता है। साथ ही ग्लोबल टाइम्स ने जहर उगलते हुए लिखा कि बाहरी दुनिया आम तौर पर भारत की महत्वाकांक्षाओं को अधिक महत्व नहीं देती है।

ग्लोबल टाइम्स का बीजेपी पर निशाना

ग्लोबल टाइम्स ने इसके लिए देश के भारतीय जनता पार्टी पर सीधा निशाना साधा है। उसने अपने संपादकीय में लिखा है कि भारत की चीन विरोधी कार्रवाई राजनीति प्रेरित है,चुकी साल 2024 में भारत में आम चुनाव होना है लिहाजा मौजूदा सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी चुनाव जीतने के लिए राष्ट्रवाद का झंडा लहरा रही है।और जनता का विश्वास जीतने के लिए “चीन विरोधी” कार्ड खेलने का प्रयास कर रही है।

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